Mahindra Auto ने 1 अप्रैल, 2023 से लागू होने वाले नए बीएस6 चरण 2 उत्सर्जन मानदंडों का पालन करने के लिए स्कॉर्पियो-एन को अपडेट किया है। लेटेस्ट अपडेट के साथ, कंपनी ने एसयूवी की कीमतों में भी बढ़ोतरी की है जो अब 56,000 रु. तक महंगी हो गई है। महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन की कीमतें अब 13.05 लाख रुपये से लेकर 24.51 लाख रुपये, एक्स-शोरूम तक हैं। इसकी नई बनाम पुरानी प्राइस लिस्ट यहां देखें।
महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन (पेट्रोल वेरिएंट) : नई बनाम पुरानी कीमत मूल्य सूची

जैसा कि उपरोक्त कीमतों को देखा जा सकता है कि महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन की कीमतों में वैरिएंट के आधार पर 56,000 रुपये तक की वृद्धि हुई है। महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन के पेट्रोल वेरिएंट की कीमत अब 13.05 लाख रुपये से 21.56 लाख रुपये है, जबकि एसयूवी के डीजल वेरिएंट की कीमत 13.55 लाख रुपये से लेकर 24.51 लाख रुपये तक होगी, सभी कीमतें एक्स-शोरूम दिल्ली हैं।
स्कॉर्पियो एन डीजल BS6.2 नई कीमत पुरानी कीमत में अंतर

ऊपर दी गई प्राइस लिस्ट के मुताबिक, महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन की कीमतों में वेरिएंट के आधार पर 56,000 रुपये तक की वृद्धि हुई है। महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन के पेट्रोल वेरिएंट की कीमत अब 13.05 लाख रुपये से 21.56 लाख रुपये है, जबकि एसयूवी के डीजल वेरिएंट की कीमत 13.55 लाख रुपये से लेकर 24.51 लाख रुपये तक होगी, सभी कीमतें एक्स-शोरूम दिल्ली हैं।
आपको बताते चलें कि, महिंद्रा एंड महिंद्रा ने मार्च 2023 के लिए अपनी उच्चतम ऑटो बिक्री संख्या की घोषणा की है जो 31 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 35,976 वाहन दर्ज की गई है। भारतीय ब्रांड ने एक छक्का मारा है और 60 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए 3,56,961 इकाइयों की एसयूवी के लिए अब तक की सबसे अधिक वार्षिक बिक्री दर्ज की है। पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में महिंद्रा ने मार्च 2023 में 30 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए 35,997 इकाइयां बेचीं और 59 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 3,59,253 वाहनों की वार्षिक बिक्री दर्ज की।
महिंद्रा का कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट भी 12 प्रतिशत की वृद्धि के साथ पॉजिटिव ग्रोथ वाला रहा है जिसमें मार्च 2023 में 22,282 वाहनों की बिक्री हुई। एक वर्ष के दौरान बिक्री संख्या 40 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 2,48,576 वाहनों की रही। LCV (लाइट कमर्शियल व्हीकल) सेगमेंट ने FY23 में अपनी अब तक की सबसे अधिक 1,98,121 यूनिट्स की वार्षिक बिक्री दर्ज की। महिंद्रा के ट्रक और बस डिवीजन ने भी सकारात्मक संख्या दर्ज की और 1,469 इकाइयों की बिक्री के बाद 77 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। 10,036 इकाइयों की वार्षिक बिक्री में 56 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।