भारत के कार सेक्टर में सस्ती से लेकर महंगी कारों की एक लंबी रेंज मौजूद है, जिसमें एंट्री लेवल हैचबै से लेकर लग्जरी एसयूवी मिलती हैं। शुरुआती और कम बजट की कारों के बारे में बात करें तो एंट्री लेवल हैचबैक की कीमत 3.5 लाख रुपये से शुरू होती है। मगर फिर भी बड़ी संख्या में ऐसे लोग मौजूद हैं, जो 4 कार खरीदने के लिए 4 लाख रुपये का बजट भी नहीं बना पाते हैं।
कार खरीदने के लिए बजट की समस्या वाले लोगों के लिए बेस्ट ऑप्शन होता है सेकंड हैंड कार, मगर यूज्ड कारों को लेकर अक्सर लोग कंफ्यूजन में रहते हैं कि पुरानी कार खरीदने से फायदा होगा या नुकसान। अगर आप भी सेकेंड हैंड कार खरीदने को लेकर फैसला नहीं कर पा रहे हैं, तो यहां जान लीजिए कि सेकंड हैंड कार खरीदना फायदे का सौदा हो सकता है या नुकसान।
सेकंड हैंड कार खरीदना फायदे का सौदा हो सकता है या नुकसान, यह कई कारकों पर निर्भर करता है, जिनकी डिटेल इस प्रकार है।
सेकंड हैंड कार फायदे का सौदा
- कम कीमत: नई कार के मुकाबले सेकंड हैंड कार आपको आधी कीमत में मिल जाती है, जिसके चलते आपके सामने बजट संबंधी परेशानी नहीं आती।
- डेप्रिसिएशन: सेकंड हैंड कार की कीमत पहले ही गिर चुकी होती है, इसलिए आपको डेप्रिसिएशन की चिंता नहीं होती है।
- कम बीमा प्रीमियम: सेकंड हैंड कार का इंश्योरेंस करवाते वक्त आपको नई कार के मुकाबले करीब आधा प्रीमियम भरना होता है।
- कम वित्तीय दबाव: सेकंड हैंड कार खरीदने के लिए आपको लोन नहीं लेना पड़ता कम बजट वाली कारों को आप अपनी सेविंग के जरिए ही खरीद सकते हैं। हालांकि लोग सेकंड हैंड कार खरीदने के लिए भी अब फाइनेंस प्लान लेना पसंद करते हैं।
सेकंड हैंड कार घाटे का सौदा
- अनिश्चितता: सेकंड हैंड कार की दिखाई गई स्थिति और उसकी असली स्थिति में फर्क हो सकता है, जो आपके लिए बड़ा नुकसान साबित हो सकता है।
- महंगा रखरखाव: नई कार की तुलना में सेकंड हैंड कार का रखरखाव ज्यादा लागत वाला होता है क्योंकि पुरानी गाड़ियों में कुछ न कुछ कमी निकलती रहती है।
- कम सुरक्षा: नई कार खरीदने पर उसमें नए सेफ्टी फीचर्स मिलते हैं, जो आप सेकंड हैंड कार में मिस करते हैं।
- कम वारंटी: नई कार पर कंपनी की तरफ से वारंटी मिलती है, जो आपको सेकंड हैंड कार खरीदने पर नहीं मिलती। हां कंपनी सर्टिफाइड सेंटर से मिलने वाली कारों पर वारंटी मिलती है।
जनसत्ता एक्सपर्ट एडवाइज - सेकंड हैंड कार खरीदना फायदे का सौदा है या नुकसान, आप इस बात को यहां बताए गए तथ्यों के जरिए क्लियर कर सकते हैं। आप इन फायदे और नुकसान को ध्यान में रखते हुए पुरानी कार खरीदने या न खरीदने का फैसला कर सकते हैं।