मामला इतने पर ही नहीं रुका। कुछ ने तो उद्घाटन के मुद्दे पर सर्वोच्च न्यायालय से गुहार कर डाली, लेकिन…
मामला इतने पर ही नहीं रुका। कुछ ने तो उद्घाटन के मुद्दे पर सर्वोच्च न्यायालय से गुहार कर डाली, लेकिन…
उसके बाद ‘मुहब्बत की दुकान’ में चार दिन लंबा जो ‘मिलन-रूठन-कूटन-फूटन’ चला उसने चैनलों तक को ऊबा दिया और अंत…
इन दिनों हर बहस में कुछ विपक्षी प्रवक्ताओं का यह ‘तकिया कलाम’ हो चला है कि लोकतंत्र बचाना है। देश…
एक दिन कर्नाटक का सत्ता पक्ष और प्रमुख विपक्ष अपने-अपने घोषणा पत्र का एलान करते हैं। यहीं मालूम होता है…
आखिर में एक बड़े दल के अध्यक्ष जी एक सभा में बोल उठते हैं कि ‘जहरीले सांप’ की तरह है…
तीनों हत्यारे उन दोनों पर चालीस सेकंड में अठारह गोलियां चला देते हैं। फिर वे पिस्तौल फेंक देते हैं। वे…
जब तक उमेश पाल के इनामी हत्यारे नहीं पकड़े गए थे, बहसों में विपक्षी सत्ता को ताना देते थे कि…
एक बहस में एक ज्ञानी ज्ञानवर्धन करते हैं कि इस बार बंगाल में दस हजार यात्राएं निकली हैं, तो दूसरी…
इसी बीच एक शाम ‘हिंदू नफरती भाषण’ को बंद करने’ की मांग वाली याचिका की खबर ने ‘नफरती भाषण’ को…
वाह रे चैनलों की बहसें, कि मुद्दा कुछ हो अंतत: वही सवाल चक्कर मारता हुआ सामने आ जाता है कि…
अब तक शोर पर विपक्ष का एकाधिकार नजर आता था, अब सत्ता पक्ष भी दिखाने लगा अपना जोर और लगाने…
गए सप्ताह की खबरों में हर रोज तीन-तीन मोर्चे खुले दिखे। एक मोर्चा ‘सीबीआइ-ईडी’ बरक्स ‘आप’ वाला, दूसरा ‘कांग्रेस बरक्स…