
उदारीकरण और भूमंडलीकरण के जिस मॉडल को गरीबी उन्मूलन का सशक्त हथियार बताया जा रहा था वह इसमें बिलकुल नाकाम…
उदारीकरण और भूमंडलीकरण के जिस मॉडल को गरीबी उन्मूलन का सशक्त हथियार बताया जा रहा था वह इसमें बिलकुल नाकाम…
छठ के बाद नीतीश के चेहरे पर रौनक दिख रही है। सियासी गलियारों में इसके निहितार्थ यही लग रहे हैं…
हरित क्रांति के दौर में क्षेत्र-विशेष की पारिस्थितिक दशाओं की उपेक्षा करके फसलें ऊपर से थोप दी गर्इं, जैसे दक्षिण…
मार्च-अप्रैल में इकतालीस दिनों तक प्रदर्शन करने के बाद तमिलनाडु के किसान एक बार फिर जंतर-मंतर पर जुट गए हैं।
खेती-किसानी का संकट किसी राहत पैकेज या कर्जमाफी से दूर होने वाला नहीं है। इसके बावजूद कर्जमाफी के जरिए किसानों…
आयातित फलों-सब्जियों की वजह से भारतीय उत्पादक मुसीबत से घिरते जा रहे हैं। इसका कारण है कि प्रति हेक्टेयर पैदावार…
कुपोषण की व्यापकता एकांगी हरित क्रांति और गेहूं-चावल केंद्रित सार्वजनिक वितरण प्रणाली की देन है।
सरकार गेहूं व धान की भांति आलू के लिए भी खरीद व भंडारण की सुविधाएं सृजित करे। भुखमरी मिटाने में…
चारा फसलों के उन्नत बीजों के विकास में न तो सरकारी और न ही निजी क्षेत्र की रुचि है।
वन विनाश, जीवाश्म र्इंधन के जलने से कार्बन डाइआॅक्साइड की बढ़ती मात्रा, वैश्विक ताप वृद्धि, भौतिकतावादी जीवन दर्शन ने दुनिया…
जहां महानगरों में दड़बेनुमा मकानों में भीड़ बढ़ती जा रही है वहीं गांवों-कस्बों के लाखों घरों में ताले जड़े हैं।…
भूजल के अत्यधिक दोहन, अधिक पानी मांगने वाले फसलों की खेती और अवैध खनन आदि के कारण रेगिस्तान का विस्तार…