साहित्य: आलोचना के परिसर रचना का क्या कोई एक परिसर है? अवश्य ही इसका उत्तर ‘नहीं’ में दिया जाएगा। रचना जीवन के वैविध्य, विस्तार… By गोपेश्वर सिंहNovember 18, 2018 02:48 IST
आज के समय में गांधी कहने की जरूरत नहीं कि हमारी वर्तमान राजनीति की चिंता के केंद्र में समाज का वह आखिरी आदमी नहीं है… By गोपेश्वर सिंहUpdated: October 1, 2017 05:55 IST
प्रसंगवश- उपवास और प्रतिरोध उपवास प्रतिरोध का सबसे पवित्र और अहिंसक हथियार है। इसे राजनीतिक और सामाजिक प्रतिरोध का साधन महात्मा गांधी ने बनाया। By गोपेश्वर सिंहAugust 6, 2017 06:26 IST
लेखक संघों की हकीकत जब संगठन में ही शक्ति है, तब लेखकों का भी संगठन क्यों नहीं होना चाहिए? होना चाहिए, तभी तो 1936… By गोपेश्वर सिंहFebruary 19, 2017 05:02 IST
साहित्य: जनकवि और जनकविता जनकवि उसे कहेंगे, जो जनता का कवि हो। तब प्रश्न उठेगा कि जनता का कवि कौन? जनता के लिए तो… By गोपेश्वर सिंहUpdated: October 2, 2016 05:01 IST
दृष्टि और दृश्य का द्वंद्व गांधी और टैगोर के बीच जो पत्र-व्यवहार और विचार-विमर्श हुए उसे देखने पर पता चलता है कि चरखा को लेकर… By गोपेश्वर सिंहSeptember 11, 2016 06:05 IST
माध्यम : आभासी दुनिया के राग-रंग हिंदी सोशल साइट पर अब ऐसे लोगों की बड़ी जमात है, जिसे इसी माध्यम के जरिए रचनात्मकता के पंख नसीब… By गोपेश्वर सिंहApril 17, 2016 02:40 IST
प्रसंग : गीत को देश-निकाला क्या हिंदी कविता एक लुप्त होती हुई विधा है? अभी जो कविता लिखी जा रही है, उसके पाठक नहीं हैं,… By गोपेश्वर सिंहJanuary 24, 2016 00:05 IST
महिला विश्व कप में कमेंट्री के दौरान राजनीति! पाकिस्तान की पूर्व कप्तान का कश्मीर पर विवादित बयान; भारतीय फैंस भड़के, कार्रवाई की मांग