चंबल एक्सप्रेस निकलने की खबर के बाद इटावा के लोग बेहद खुश नजर आ रहे हैं।
चंबल एक्सप्रेस निकलने की खबर के बाद इटावा के लोग बेहद खुश नजर आ रहे हैं।
अखिलेश यादव एक नई रणनीति के तहत करहल विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।
साल 1985 के बाद इटावा जिले की किसी भी विधानसभा सीट पर कांग्रेस को जीत नहीं मिली है।
इटावा सदर विधानसभा सीट पर तीन दलों के उम्मीदवार दिवंगत पूर्व विधायक राजपूत की तस्वीर से लोधी राजपूत वोट बैंक…
इटावा जिले के विकास खंड ताखा क्षेत्र में 2015 से 2019 तक आवासों के निर्माण में लाभार्थियों को मिलने वाली…
ब्रिटिश शासन के दौरान ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया के तालाब के फुब्बारे बंद हो गए है वहीं लाइट भी बंद…
पांच फुट ऊंची दीवार बनाई जा रही है। इलाहाबाद डिवीजन के पांच खंडों में दीवार बनाने का कार्य शुरू किया…
पानी की गुणवत्ता के आधार पर यमुना नदी को चार समूह में बांटा गया है, जिसमें पहला समूह पांवटा, कलानौर,…
चंबल का इतिहास इस बात की गवाही देता है कि यहां के कई चुनाव खूंखार डाकुओं के फरमानों के कारण…
लखनऊ में 1995 में हुए बहुचर्चित गेस्टहाउस कांड के बाद सपा से रिश्ते तोड़ चुकीं बसपा प्रमुख मायावती ने दशकों…
महजनपद काल में इस धरा ने द्रोपदी की बगावत को देखा। तब पहली बार यहां चंबल के किनारे चमड़ा सुखाने…
ऐतिहासिक इत्रनगरी उत्तर प्रदेश की कन्नौज संसदीय सीट का अपना अलग ही महत्व है। इस संसदीय सीट के खाते मे…