जिन्होंने अंग्रेजों की मदद की थी, उनको भी अंग्रेजों ने कोई रियायत नहीं दी और उनकी संपत्ति की भी सुरक्षा…
जिन्होंने अंग्रेजों की मदद की थी, उनको भी अंग्रेजों ने कोई रियायत नहीं दी और उनकी संपत्ति की भी सुरक्षा…
मौलाना आजाद के पोते फिरोज बख्त अहमद याद करते हैं, “मेरी चाची अक्सर कहती थीं कि मौलाना द्वारा दिया गया…
Indian Army: 1857 के विद्रोह के बाद चीजें बदल गईं, जिसमें बंगाल सेना की पुरबिया इकाइयों ने प्रमुख भूमिका निभाई…
नई दिल्लीः श्रीनिवासन मानते हैं कि आबादी फिलहाल भारत के लिए एक फायदे का सौदा है, क्योंकि एक जगह श्रमिकों…
शांति निकेतन में सरकारी कर्मचारियों द्वारा 192 प्लॉट खरीदे गए। यहां जमीन कम होने पर सहकारी समिति का प्रोजेक्ट पास…
Business News: चौधरी राघवेन्द्र सिंह ने पंजाब सरकार में ट्रांसपोर्ट ऑफिसर की नौकरी छोड़कर 1946 में एक रियल एस्टेट कंपनी…
1947 में बंटवारे के बाद उत्पन्न हुई सांप्रदायिक अशांति के बाद खिड़की गांव के लगभग सभी मुसलमान गांव छोड़कर चले…
चितरंजन पार्क या सीआर पार्क को “बंगाली कॉलोनी” के तौर पर भी जाना जाता था। हालांकि, वहां पर अब बंगालियों…
तत्कालीन प्रधानमंत्री, जवाहरलाल नेहरू ने इस समारोह में राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद की उपस्थिति पर कड़ी आपत्ति जताई थी। नेहरू का…
कनौजिया कहते हैं, ‘जिसे अपना घर कहते थे, अब उसका अस्तित्व ही नहीं रहा। अब वहां सिर्फ टूटे घरों का…
28 मई को विनायक दामोदर सावरकर की 136वीं जयंती है। हिंदू महासभा के अध्यक्ष रह चुके सावरकर ने पहली बार…
देश के दूसरे प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री का जन्म दो अक्टूबर 1904 को मुगलसराय में हुआ था।