गुलबर्ग सोसाइटी नरसंहार मामले पर गुरुवार (2 मई) को विशेष अदालत ने फैसला सुनाते हुए 24 लोगों को दोषी और 36 बेगुनाह करार दिया। 14 साल बाद आए इस फैसले के कई लोग खुश हैं तो कई लोग नाराज। ऐसी ही एक शख्स हैं रूपा मूडी जिनका लड़का अजार, गुलबर्ग सोसाइटी की घटना के बाद से आजतक लापता है।

14 साल का अजार उस दिन से आजतक नहीं मिला। रूपा ने कहा, ‘मैं अभी भी रातों को सो नहीं पाती। सोसाइटी के बाहर पुलिस की व्यवस्था है अच्छे पड़ोसी हैं फिर भी कुछ ही दूरी पर अमित शाह के बंगले के होने से डर लगता है। ‘

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रूपा ने आगे बताया कि उन्हें इस बात की तो खुशी है कि 24 आरोपियों को सजा मिली, पर उन्हें इस बात का बुरा लगा कि बाकी लोग राजनीतिक कनैक्शन होने की वजह से छूट गए। रूपा ने कहा, ‘मुझे यकीन नहीं होता कि बिपिन पटेल को छोड़ दिया गया जबकि कई लोगों ने दंगाईयों के साथ उसे देखा था।’

वहीं, विपिन पटेल ने कहा कि वह बेगुनाह हैं। उन्होंने कहा, ‘इस केस की वजह से मैं काफी दुखी था, क्योंकि मैं इसमें शामिल ही नहीं था।’ पटेल को 2008 में गिरफ्तार किया गया था। 6 साल जेल में रहने के बाद उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया था।