मशहूर खिलाड़ी राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भारतीय सेना की ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट में एक कमीशन अधिकारी के तौर पर भी काम किया है। इसके बाद वह रिटायर हुए और भाजपा की ओर से सियासी मैदान में कूद गए। उन्हें नवंबर 2014 में सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री बनाया गया। वह 2017 से 2019 तक युवा मामले और खेल मंत्रालय के स्वतंत्र प्रभार के साथ कैबिनेट मंत्री भी रहे।
भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को राजस्थान की झोटवाड़ा सीट से प्रत्याशी बनाया गया है। वह निशानेबाजी में ओलंपिक पदक विजेता रहे हैं। फिलहाल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ 2014 से जयपुर ग्रामीण सीट से लोकसभा सांसद हैं। उन्होंने डबल ट्रैप शूटिंग के लिए विभिन्न चैंपियनशिप में 25 अंतर्राष्ट्रीय पदक जीते, जिसमें 2004 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में पुरुषों की डबल ट्रैप स्पर्धा में रजत पदक भी शामिल है।
खेल के मैदान से सियासत तक का सफर
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ खेल से लेकर सियासत के मैदान तक एक बेहतरीन खिलाड़ी रहे हैं। मैनचेस्टर में 2002 के राष्ट्रमंडल खेलों में, राठौड़ ने स्वर्ण पदक जीता था और 200 में से 192 लक्ष्यों का नया राष्ट्रमंडल खेल रिकॉर्ड बनाया, जो अभी भी कायम है। राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने 2006 में मेलबर्न राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक भी जीता था। इस ही तरह वह और भी कई पदकों के विजेता रहे हैं। खेल के सफर से वह राजनीति की ओर बढ़े और 10 सितंबर 2013 को भारतीय सेना से रिटायरमेंट लेने के बाद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।