
मदद और ईर्ष्यारहित भावना से मिलने वाली खुशी ही सच्ची खुशी है। हमारे स्वास्थ्य पर इस बात का बहुत गहरा…
मनुष्य का स्वभाव विचित्र है। वह प्रसन्नता के कारकों पर मंथन नहीं करता। वह उन बातों को ज्यादा सोचता है,…
अगर माफी मांगना जरूरी है तो वक्त की जरूरत के मुताबिक माफी मांग भी लेनी चाहिए। खुले दिल से माफी…
चिंता से बचने के उपाय व्यक्ति को खुद ही खोजने होंगे। सामान्य तौर पर जो हमारी पहुंच या नजरों से…
तकनीकी प्रगति ने जीवन को सरल बना दिया है, लेकिन इसने हमारे दिलों को जटिल भी कर दिया है। क्या…
प्रकृति प्रदत्त ज्ञानेंद्रियों और मनुष्य की सृजनात्मक और विध्वंसात्मक प्रवृत्तियों की निरंतर जुगलबंदी ने आज की दुनिया को एक ऐसे…
कभी-कभी ऊब महसूस होना स्वाभाविक है, लेकिन जब यह स्थायी मनोदशा बन जाए तो चिंताजनक है। ऊबना नकारात्मक विचारों की…
परिस्थितियां एक समान नहीं होतीं और न ही जैसा हम सोचते हैं, वैसी ही होगी। संकटकालीन परिस्थितियों में अपनों का…
रचनात्मक होना हमारे भीतर हमेशा ही रहता है, बस उसके सामने का दरवाजा जो होता है, वह बंद रहता है।…
आज की इस भौतिक दुनिया में सब इतने अकेले और परेशान हैं कि कोई किसी को स्वीकार नहीं करना चाहता।…
वही बातें सुननी चाहिए जिसमें दूरदर्शिता हो और वह विवेकपूर्ण हो। उसमें सभी का हित सम्मिलित हो, प्रगतिशील समझ हो,…
वक्त बीतने के साथ-साथ कई ऐसी यादें भी होती हैं जिन्हें हम भुला नहीं सकते। जब हम किसी प्रिय व्यक्ति…