वैदिक ज्योतिष के अनुसार मंगल ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में 45 दिन बाद प्रवेश करते हैं। साथ ही मंगल ग्रह शौर्य, वीरता, साहस, भूमि, सेना, पुलिस और खेल के कारक होते हैं। इसलिए जब भी मंगल की चाल में बदलाव होता है। तो इन सेक्टरों पर विशेष प्रभाव पड़ता है। वहीं मंगल अगर आपकी कुंडली में शुभ स्थित है तो आपको मंगल के गोचर में सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेंगे। साथ ही अगर मंगल ग्रह निगेटिव स्थित है तो आपको अशुभ प्रभाव मिलेंगे। वहीं अगर कुंडली में मंगल ग्रह अशुभ स्थित हो तो इन मंत्रों ॐ अं अंङ्गारकाय नम: और ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः का रोज पाठ करना चाहिए। Read More