Kabuliwala, Rabindranath Tagore, Rehmat, Mini, Afghanistan culture
छुटकी मिनी और काबुलीवाला: जब अफगानिस्तान का चेहरा ‘रहमत’ था, तालिबान नहीं, ठाकुर की ‘काबुलीवाला’ क्यों आज भी देती है सुकून?

रवींद्रनाथ ठाकुर ने 1892 में यह कहानी लिखी थी। तब अफगानिस्तान बंदूकधारी और स्त्री विरोधी सत्ता नहीं बल्कि अपनी खास…

Kintsugi philosophy, healing through books, literature therapy
क्या टूटा हुआ मन भी जुड़ सकता है? किताबें और ‘किंत्सुगी’ सिखाते हैं आत्मा की सुनहरी मरम्मत का रहस्य

अलका सोनी का मानना है कि रचनाकारों ने अपने मन की भावनाओं को चाहें कविता, कहानी या उपन्यास, किसी भी…

Hungarian writer | Nobel Prize in Literature | Laszlo Krasznahorkai |
हंगरी के लेखक को मिला साहित्य में नोबेल पुरस्कार, जानें कौन हैं लास्ज़लो क्राज़्नाहोरकाई

नोबेल समिति ने कहा कि लास्ज़लो क्राज़्नाहोरकाई मध्य यूरोपीय परंपरा के एक महान महाकाव्य लेखक हैं।

Sahitya Akademi controversy, sexual exploitation in Hindi literature, thirty lakh royalty
मुकेश भारद्वाज का कॉलम बेबाक बोल: किताबी हिसाब

हिंदी साहित्य में तीस लाख की रॉयल्टी, साहित्य अकादेमी सचिव पर यौन शोषण का आरोप और सत्ता समर्थक साहित्यकारों की…

SL Bhyrappa, SL Bhairappa books, Parva novel
पद्म भूषण लेखक एसएल भैरप्पा के पांच चर्चित उपन्यास

एसएल भैरप्पा कन्नड़ साहित्य के दिग्गज उपन्यासकार थे। उनकी किताबें पर्व, उत्तरकांड, सार्थ, आवरण और द्विधा भारतीय समाज, इतिहास और…

Journalism, Society, Poetry, Anil Maheshwari, Manisha Awale Chaugaonkar, Sarla Maheshwari
पुस्तक समीक्षा: पत्रकारिता, समाज और कविता – तीन किताबों की नजर से जीवन का आईना

पत्रकारिता का रोमांच में अनिल माहेश्वरी ने 1993 में मिलावटी दूध और मीडिया की चुनौतियों पर गहन रिपोर्टिंग की; एक…

संपादकीय: हाशिये की आवाज को मिला अंतरराष्ट्रीय मंच, ‘हार्ट लैंप’ के जरिये बानू मुश्ताक ने रच दिया इतिहास

अब ‘हार्ट लैंप’ को बुकर पुरस्कार मिलना वैश्विक फलक पर भारतीय भाषाओं को अपनी पहचान स्थापित करने के रास्ते को…

Byomkesh Bakshi, Sherlock Holmes, Sharadindu Bandyopadhyay, Indian detective stories
जनसत्ता शख्सियत: ब्योमकेश बक्शी बनाम शरलाक होम्स, जब ‘बाबू मोशाय’ ने रचा देसी जासूसी का इतिहास

जब पूरी दुनिया में शरलाक होम्स के जासूसी उपन्यासों का जलवा था तब बंगाल के शरदेंदु बंदोपाध्याय ने ब्योमकेश बक्शी…

Jansatta Dunia Mere Aage, jansatta Epaper
दुनिया मेरे आगे: नवाचार की नई लहर, जब साहित्य, भाषा और अभिव्यक्ति ने बदले अपने रंग और रूप

इतिहास को लौटाया नहीं जा सकता है और न वर्तमान की प्रक्रियाओं को अतिक्रमित कर भविष्य को पाया जा सकता…

UNESCO, City of Literature, Kozhikode, Kerala
भारत के इस शहर को यूनेस्को ने दिया पहला ‘City of Literature’ होने का गौरव, जानें क्या है इसका महत्व

दिलचस्प बात यह है कि यह सम्मान राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कालीकट के छात्रों की एक रिपोर्ट के बाद मिला।…

Dunia mere aage, Folk Lore, Folk Dance
दुनिया मेरे आगे: लोकजीवन की आत्मगाथा और हमारा समाज, कल्पनाओं से बाहर दुनिया का सच

लोककथा की प्राचीन और समृद्ध परंपरा से संस्कार ग्रहण कर आधुनिक कहानी को नूतन आयाम दिए जा सकते हैं, क्योंकि…

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