भारत में आर्थिक विकास सिंधु घाटी सभ्यता के समय से माना जाता है। सिंधु घाटी सभ्यता की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से व्यापार पर आधारित थी जो यातायात में प्रगति के आधार पर समझी जा सकती है। भारतीय अर्थशास्त्र (indian economy) के जनक चाणक्य को कहा जाता है। इसके अलावा आधुनिक अर्थशास्त्र के जनक के रूप में एडम स्मिथ का नाम दर्ज है। अर्थव्यवस्था के 6 प्रकार होते हैं जिसमें पहली पूंजीवादी अर्थव्यवस्था, दूसरी समाजवादी अर्थव्यवस्था, तीसरी मिश्रित अर्थव्यवस्था, चौथी कृषक अर्थव्यवस्था, पांचवी औद्योगिक अर्थव्यवस्था और छटी सेवा अर्थव्यवस्था है। भारत में अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि है क्योंकि भारत की जनसंख्या का करीब 67 प्रतिशत हिस्सा प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कृषि पर ही निर्भर है। जिसमें प्रत्यक्ष रूप में कृषि से उद्योंगो को कच्चा माल मिलता है तो अप्रत्यक्ष रूप में कृषि से प्राप्त उत्पादों का निर्यात करके विदेशी मुद्रा अर्जित की जाती है। भारत की राष्ट्रीय आय में में कृषि का योगदान 29 प्रतिशत है। भारत 2021 की आखिरी तिमाही में ब्रिटेन को पीछे छोड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। Read More