Truth of life, regret, life lessons, self realization, true love,
दुनिया मेरे आगे: एक झटका… और बदल गई जिंदगी! जिनकी कभी कद्र न की, वही बन गए सबसे अहम चीज; खोने के बाद ही दिखता है असली सच

जीवन बहुत जटिल है। कई बार सिर्फ एक झटका लगता है, एक ढलान आती है या सिर्फ एक टक्कर लगती…

Mental peace, Moral life, Illusion, Indian philosophy
दुनिया मेरे आगे: खुद में ही उलझे लोग अमीर होकर भी खाली रह जाते हैं, समझ लीजिए अमीरी की क्या है असली परिभाषा?

मन पर नियंत्रण करने का मतलब यह नहीं होता कि खुद अपनी सारी इच्छाओं के लिए सभ्य होना और उसे…

दुनिया मेरे आगे: न सही उम्र मंजूर, न असली रूप; खूबसूरत दिखने की होड़ में बीमार हो रही पीढ़ी…; क्यों छिपाते हैं हम अपना असली चेहरा?

हममें से आधे से अधिक लोगों का जीवन आजकल इसी बात से अवसाद में घिरा हुआ है कि वे सुंदर…

Satisfaction, Power of contentment, self-discipline, inner peace
दुनिया मेरे आगे: हर बार कुछ और क्यों? जब ‘इतना ही काफी है’ में मिलती है सच्ची शांति; हर क्षण खुश रहना सीखना होगा

संतोष हमारे चित्त को शांति और स्थिरता प्रदान करता है। बाहरी परिस्थितियां ऐसी दशा में हमें जरा भी प्रभावित नहीं…

love crisis, emotional disconnect, प्रेम का संकट, आधुनिक रिश्ते, Dunia mere aage
दुनिया मेरे आगे: प्यार में दिल की नहीं, मतलब की चलती है… इसलिए रिश्ते खाली-खाली लगते हैं; अफसाना बनती जा रही है कबीर की ‘ढाई आखर प्रेम’ वाली बात

देशों की अपनी लड़ाइयां है और मानवता के प्रति जो श्रद्धा और प्रेम होना चाहिए, वह अदृश्य होता जा रहा…

child behaviour, teenage psychology, children's creativity
दुनिया मेरे आगे: जब बच्चे दीवारों पर लिखते हैं… समझिए कुछ कहना चाहते हैं; छोटी उम्र की रचनात्मकता को नहीं करें नजरअंदाज

रचनात्मकता मानव मन में बहुत छोटी उम्र से आने लगती है। बच्चे जब रेत में घर-घर खेल रहे होते हैं,…

डायन कानून भारत, Witch hunting in India
दुनिया मेरे आगे: जब भी बच्चा बीमार होता है, कोई औरत ‘डायन’ बना दी जाती है, वह सोच जो आज भी सभ्य समाज पर सवाल खड़े करती है

भारत आज चांद और मंगल तक पर पहुंच गया है। मगर विकास के सफर में रोशनी के बीच अंधेरे की…

thought vs propaganda, media machinery, artificial intelligence
दुनिया मेरे आगे: विचार ओस की बूंद की तरह आते हैं और प्रचार आग की लपट बन सब कुछ निगल जाता है; क्या खत्म हो रही इंसानी सोच की मौलिकता?

विचार कुछ भी, कहीं भी, कैसे भी अचानक और सोचने-समझने या समझाने के दौरान आ सकता है। विचार बातचीत या…

Anger, Emotional Regulation, Mental Health, Stress Management
दुनिया मेरे आगे: गुस्सा क्यों आता है? ठहरिए, समझिए… शायद जवाब आपके भीतर ही छिपा है

गुस्से को नियंत्रित करने के लिए सबसे पहला कदम है उसकी पहचान। हर बार जब हमें गुस्सा आए, तो कुछ…

Dunia mere aage, elderly wisdom, Indian family values
दुनिया मेरे आगे: मैंने यूं ही बाल सफेद नहीं किए, बुजुर्गों से सीखने का असली मतलब, अनुभव की वो छतरी जो हर तूफान से बचा लेती है

बुजुर्ग अपने अनुभव, ज्ञान और मार्गदर्शन से अगली पीढ़ियों को सिखा सकते हैं, परिवारों को मजबूत कर सकते हैं, पारिवारिक…

self-love, mental health, emotional loneliness, identity crisis
दुनिया मेरे आगे: सबको खुश करते-करते स्वयं से नाराज क्यों हो जाते हैं हम? ‘खुद’ से टूटता रिश्ता और भीड़ में अकेलापन

हम अक्सर एक मुस्कुराता हुआ मुखौटा पहन लेते हैं, भले ही हमारे भीतर तूफान चल रहा हो। ऐसा लगता है…

Dunia Mere aage, tears meaning, emotional depth
दुनिया मेरे आगे: मत रोकिए आंसू, हृदय का पवित्र जल तथा प्रेम और पीड़ा की अनकही भाषा है ये; समझना होगा इसका मोल

आंसू वह विश्वजनीन भाषा हैं, जो हर संस्कृति, हर धर्म, हर देश में समझी जाती है। यह वह जल है,…

अपडेट