वायु प्रदूषण का मतलब हवा में होने वाले किसी भी भौतिक, रासायनिक या जैविक परिवर्तन से है। यह हानिकारक गैसों, धूल और धुएं द्वारा हवा का प्रदूषण है जो पौधों, जानवरों और मनुष्यों को बुरी तरह प्रभावित करता है। वायुमंडल में कुछ गैसें निश्चित प्रतिशत में मौजूद हैं। इन गैसों की संरचना में बढ़ोत्तरी या कमी जीवन के लिए हानिकारक है। वे प्रदूषक जो सीधे वायु प्रदूषण का कारण बनते हैं, उन्हें प्राथमिक प्रदूषक कहा जाता है जैसे जीवाश्म ईंधन का जलना, गाड़ियों से निकलने वाला धुआं। प्राथमिक प्रदूषकों के आपस में मिलने और प्रतिक्रिया से बनने वाले प्रदूषकों को द्वितीयक प्रदूषक कहते हैं। जैसे धुएं और कोहरे के आपस में मिलने से बनने वाला स्मॉग।
AQI की अगर बात की जाये तो AQI वैल्यू जितनी ज्यादा होगीवायु प्रदूषण का स्तर उतना ही अधिक होगा। 50 या उससे कम का AQI अच्छा, जबकि 51-200 तक का एक्यूआई मध्यम, 201 से 300 तक का एक्यूआई खराब, 300 से अधिक का AQI बहुत खराब एयर क्वालिटी को दर्शाता है।Read More