इस्तांबुल के मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर स्वचालित रायफलों से लैस आत्मघाती हमलावरों के कहर बरपाने के बाद तुर्की ने आज इसके लिए इस्लामिक स्टेट के जेहादियों को जिम्मेदार ठहराया। हमले में 41 लोग मारे गए जिनमें विदेशी नागरिक शामिल हैंं। प्रत्यक्षदर्शियों ने कल शाम हुए हमले के दौरान आतंक और घबराहट भरे माहौल की आज जानकारी दी। हमलावरों ने कल यहां के अतातुर्क हवाईअड्डे पर अंधाधुंध गोलीबारी की फिर खुद को उड़ा लिया। अतातुर्क हवाईअड्डा यूरोप के व्यस्तम हवाईअड्डों में से एक है।

तुर्की के महत्वपूर्ण पर्यटक मौसम की शुरूआत के साथ हुए हमला देश में हुआ नवीनतम आतंकी हमला है। इस्तांबुल और राजधानी अंकारा में इससे पहले हुए हमलों के लिए इस्लामिक स्टेट के जेहादियोें या कुर्द विद्रोहियों को जिम्मेदार ठहराया गया है। अब तक किसी ने भी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन प्रधानमंत्री बिनाली यिलदिरिम ने कहा, ‘‘सबूत दायेश :इस्लामिक स्टेट: की तरफ इशारा करते हैं।’’

शहर के गर्वनर ने कहा कि हमले में 41 लोग मारे गए और 239 घायल हुए। मृतकों में 13 विदेशी नागरिक हैं। मृतकों में सउच्च्दी अरब के कई नागरिक, चीन का एक, ट्यूनीशिया का एक और यूक्रेन का एक नागरिक शामिल है। हमले की वैश्विक निंदा हुई है। तुर्की राष्ट्रपति कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तायिप एर्दोगन से फोन पर बातकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।

एर्दोगन ने आतंक के खिलाफ एक अंतरराष्ट्रीय ‘‘संयुक्त लड़ाई’’ का आह्वान करने के बाद आज राष्ट्रीय शोक का दिन घोषित किया। सोशल मीडिया पर नजर आ रहे सुरक्षा कैमरे के फुटेज में दो विस्फोट दिख रहे हैं। एक क्लिप में टर्मिनल की इमारत के प्रवेश द्वार पर आग का विशाल गोला उठते दिख रहा है। दूसरे वीडियो में काले कपड़े पहने एक हमलावर को इमारत के भीतर दौड़ते देखा गया है जो बाद में पुलिस की गोली लगने से जमीन पर गिर जाता है और फिर खुद को उड़ा लेता है।

शहर में हमले के बाद भावुक माहौल देखा गया। एक स्थानीय मुर्दाघर के बाहर एक महिला अपने किसी प्रियजन के लिए रो रही थी जबकि शहर के कई अस्पतालों के बाहर परिवार अपने प्रियजनों की खबर का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।