कोपेनहेगन के एक कैफे में गोलीबारी से कम से कम तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। गोलीबारी ऐसे समय हुई जब कैफे में स्वीडन के एक कलाकार द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, डेनमार्क की राजधानी स्थित क्रुड्टोएंडेन कैफे पर कई गोलियां चलाई गईं जहां अभिव्यक्ति की आजादी के बारे में एक बैठक आयोजित की गई थी। शनिवार को हुए इस हमले में कम से कम दो व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस बैठक का आयोजन स्वीडन के कलाकार लार्स विल्क्स ने किया था। लार्स ने साल 2007 में पैगंबर मोहम्मद का कार्टून बनाया था जिसके बाद से उन्हें कई बार धमकियां मिल चुकी थीं। इस कार्यक्रम में डेनमार्क में फ्रांस के राजदूत भी शिरकत कर रहे थे। हमले में उनके सुरक्षित होने की खबर है।
शुरू में टीवी2 चैनल ने रिपोर्ट दी कि क्रुड्टोएंडेन कैफे की खिड़की पर गोलियों के लगभग 30 सुराख पाए गए। चैनल ने कहा कि कम से कम दो लोगों को स्ट्रेचर पर लादकर बाहर ले जाया गया, जिसमें एक वर्दीधारी पुलिस अधिकारी शामिल था। कार्यक्रम के एक आयोजक हेले मेरेटे ब्रिक्स ने कहा कि गोलीबारी के दौरान विल्क्स कार्यक्रम में मौजूद थे लेकिन वह जख्मी नहीं हुए। विल्क्स के डेनमार्क में रहने पर उन्हें पुलिस संरक्षण मुहैया कराया जाता है। क्रुड्टोएंडेन कैफे कोपेनहेगन के उत्तरी इलाके में है। यह जॉज संगीत के अपने कार्यक्रमों के लिए मशहूर है। घटना के समय उसमें ‘कला, ईशनिंदा और अभिव्यक्ति की आजादी’ विषय पर कार्यक्रम हो रहा था।
कोपेनहेगन में हुए इस हमले से करीब सवा महीना पहले फ्रांस की राजधानी पेरिस में व्यंग्य अखबार शार्ली एबदो पर आतंकी हमला हुआ था जिसमें 12 लोग मारे गए थे। आतंकियों ने अखबार पर हमला इसलिए किया था क्योंकि उसने पैगंबर मोहम्मद का कार्टून प्रकाशित किया था।