फ्रांस में बिना बाजू-हाथ के बच्चे पैदा होना देश के लिए इस वक्त चिंता का विषय बना हुआ है। सरकार ने इस बाबत देशव्यापी जांच के आदेश दे दिए हैं। देश में तीन जगहों पर सबसे पहले दर्जन भर बच्चों का जन्म बिना हाथों के हुआ था, जिसके बाद वहां के अस्पतालों और स्वास्थ्य अधिकारियों में खलबली मच गई थी। शुरुआत में डॉक्टर इस समस्या के पीछे का कारण नहीं भांप सके थे, जबकि उनकी चिंता कम होने से पहले ही 11 और मामले ऐन में पूर्वी इलाके में देखने को मिले। यानी अब तक इस तरह के कुल 24 मामले सामने आए हैं। नतीजतन अधिकारियों ने फिर से राष्ट्रीय स्तर पर ताजा जांच छेड़ी है।
बीबीसी की रिपोर्ट् के मुताबिक बच्चों (बिना हाथ वाले) की यह स्थिति एजेनेसिस (भ्रूण विकास के दौरान अंग विकसित न हो पाना) का एक प्रकार है, जिसमें गर्भ में होने के दौरान उनका हाथ विकसित नहीं हो पाता है। अभी तक यहां बिना हाथ वाले जो बच्चे पैदा हुए, उनमें से किसी के बाजू तो किसी की हथेली गायब मिली, जबकि कुछ की अंगुलियां नहीं हुईं।
स्वास्थ्य मंत्री एज्नेस बुजियान पहले ही इस मामले में जांच के आदेश दे चुकी हैं। बुधवार सुबह फ्रांस के टीवी चैनल पर वह बोलीं- राष्ट्रीय जांच-पड़ताल में जो कुछ भी सामने आएगा, उसे जनवरी माह में सामने रखा जाएगा। मुझे लगता है कि पूरा फ्रांस इस बारे में जानना चाहेगा।
ऐन इलाके में आठ साल के रेयान भी ऐसे ही बच्चों में से हैं, जिनका हाथ नहीं है। उनके माता-पिता ने फ्रांस इन्फो को बताया कि अल्ट्रासाउंड स्कैनिंग के दौरान उन्हें इस समस्या के बारे में जरा सा भी अंदेशा नहीं लग पाया था।
वहीं, ब्रिटेनी में ऐसे ही एक अन्य बच्चे की मां ने बताया कि बेटे लियो के पैदा होने के बाद उन लोगों को डॉक्टरों के तरह-तरह के सवालों का सामना करना पड़ा था। खाने पीने की आदतों से लेकर ड्रग लेने तक के बारे में उन लोगों से पूछा गया था।
ऐन रीजनल हेल्थ सेंटर में चेयर ऑफ द साइंटिफिक कमेटी की जेनेटिसिस्ट डॉ.एलिजाबेथ नानसिया ने कहा, “मान लीजिए कि ऐसे बच्चों का जन्म 2009 से 2014 (पांच साल) के बीच हुआ। क्या आप सोच सकते हैं कि एक ही ग्रामीण इलाके के स्कूल में सात बच्चे ऐसे हैं, जिनके हाथ नहीं हैं। हमें इसके लिए किसी डेटा की जरूरत नहीं है।”