UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के डायल 112 में काम करने वाली संचार विशेषज्ञ गीता* – जोकि विभिन्न राज्यों में पुलिस का एकीकृत आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र है, वे आत्महत्या, आग, सड़क दुर्घटनाओं और सड़क किनारे सहायता से संबंधित लगभग 500 दैनिक कॉलों को सुनती है। त्योहारी सीज़न के दौरान प्रतिदिन कॉल की संख्या 700-800 तक पहुंच जाती है, और उनका कहना है कि उन्हें छुट्टी भी नहीं दी जाती है। ये महिलाएं पूरे उत्तर प्रदेश से संकटपूर्ण कॉलों (UP Helpline Number) को संभालते हैं, जरूरतमंद लोगों को सहायता और सहायता सुनिश्चित करते हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर (UP Emergency Helpline Number) कार्यकर्ताओं का दावा है कि वे अब खुद को असहाय महसूस करते हैं। लखनऊ में डायल 112 आपातकालीन हेल्पलाइन (Lucknow Emergency Helpline Number) के लिए फोन पर काम करने वाली सैकड़ों महिलाएं नौकरी की सुरक्षा और बेहतर वेतन की मांग को लेकर पिछले कुछ दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। इंडियन एक्सप्रेस ने उनसे बात की और समझने की कोशिश की कि वे क्या चाहते हैं।