पठानकोट, जालंधर, गुरदासपुर, होशियारपुर, अमृतसर, कपूरथला, फिरोजपुर और फाजिल्का जिलों ने दशकों बाद पानी का जलजला आया है। तेज बारिश और बांधों से पानी छोड़ने की वजह से रावी, सतलुज और व्यास समेत कई छोड़ी नदियां और नहरें उफान पर हैं। लाखों एकड़ खेती और सैकड़ों गांव जलमग्न हो चुके हैं। लोग जान बचाने के लिए घरों का सामान छोड़कर राहत कैंपों में भाग रहे हैं। लगातार सेना, BSF, NDRF, SDRF और पुलिस लोगों को हेलिकॉप्टर और स्पेशल वाहनों से रेस्क्यू कर रहे हैं।
