खुद को देवी का अवतार बताने वाली राधे मां गंगा के पवित्र तट और हरिद्वार के पवित्र तट हर की पौड़ी में सैंडिल पहनकर पहुंची। राधे मां ने ब्रह्मकुंड में सैंडिल पहनकर प्रार्थना की। इसके बाद से लोगों में राधे मां के प्रति गुस्सा देखने को मिल रहा हैं।
खुद को देवी का अवतार बताने वाली राधे मां गंगा के पवित्र तट और हरिद्वार के पवित्र तट हर की पौड़ी में सैंडिल पहनकर पहुंची। राधे मां ने ब्रह्मकुंड में सैंडिल पहनकर प्रार्थना की। इसके बाद से लोगों में राधे मां के प्रति गुस्सा देखने को मिल रहा हैं।
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यह लेख 2025 में मातृ नवमी श्राद्ध के बारे में है, जो पितृ पक्ष के दौरान मनाया जाता है। यह उन महिलाओं को समर्पित है जिनकी मृत्यु नवमी तिथि को हुई हो या जिनकी पुण्यतिथि ज्ञात न हो। श्राद्ध करने से आत्मा को शांति मिलती है और वंश वृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। 2025 में नवमी तिथि 15 सितंबर को शुरू होगी और 16 सितंबर को समाप्त होगी। तर्पण के लिए शुभ मुहूर्त भी दिए गए हैं।