
मार्गशीर्ष अमावस्या 2025, 20 नवंबर को मनाई जाएगी। यह दिन भगवान विष्णु की पूजा और पितरों के तर्पण के लिए महत्वपूर्ण है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान, दान और विष्णु मंत्रों का जाप करना शुभ माना जाता है। पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 5:01 से 5:54 बजे तक है। पितरों की पूजा का समय सुबह 11:30 से दोपहर 12:30 बजे तक रहेगा। राहुकाल दोपहर 1:26 से 2:46 बजे तक रहेगा, जिसमें शुभ कार्य करने से बचना चाहिए।