PM Modi Trump Meeting: 13 अगस्त 2025 को दिल्ली और पूरे भारत में किसान, मजदूर तथा छात्रों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की टैरिफ धमकियों के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किए। यह प्रदर्शन केंद्र भारतीय ट्रेड यूनियन्स (CITU) और ऑल इंडिया किसान सभा (AIKS) जैसे संगठनों के आह्वान पर “राष्ट्रीय प्रतिरोध दिवस” के रूप में मनाया गया। मुख्य मुद्दा भारत द्वारा रूसी तेल की खरीद पर अमेरिका की 50% टैरिफ लगाने की योजना है, जो पांच दौर की असफल व्यापार वार्ताओं के बाद और तीखा हो गया है। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि भारत अमेरिकी दबाव को ठुकराए और सभी देशों के साथ व्यापार का अपना संप्रभु अधिकार बनाए रखे। रोहतक के किसान यूनियन नेता इंदरजीत सिंह ने चेतावनी दी कि अमेरिकी आयात, खासकर डेयरी उत्पादों, से भारत के 8 करोड़ डेयरी किसानों की आजीविका खतरे में पड़ जाएगी। उनके दूध और उत्पाद भारतीय बाजार में बेकार हो जाएंगे, जो किसानों के लिए बड़ा झटका होगा। प्रदर्शन में लोग बैनर लेकर सड़कों पर उतरे, जैसे “अमेरिकी दबाव को नकारो” और “भारतीय किसानों की रक्षा करो”। कुछ जगहों पर आग जलाकर गुस्से का इजहार किया गया। यह विरोध ऐसे समय हो रहा है जब खबरें हैं कि सितंबर में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ट्रम्प की मुलाकात हो सकती है। प्रदर्शनकारी उम्मीद कर रहे हैं कि यह मुलाकात भारत के लिए राहत लाए, लेकिन तनाव बढ़ने की आशंका भी है। नैरेटर ने इसे भारत की आर्थिक संप्रभुता की लड़ाई बताया, जहां दिल्ली से छोटे शहरों तक लोग एकजुट हैं। क्या सरकार इनकी आवाज सुनेगी? यह प्रदर्शन सिर्फ किसानों की नहीं, बल्कि देश की संप्रभुता की रक्षा की मांग है।