कर्नाटक की कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री पद को लेकर सत्ता संघर्ष तेजी से उभर चुका है। विवाद की मुख्य धुरी बने हैं मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार, जिनके बीच बढ़ते तनाव ने पार्टी नेतृत्व को सक्रिय कर दिया है। इस स्थिति को संभालने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और नेता राहुल गांधी ने दोनों नेताओं को दिल्ली तलब किया है, ताकि मौजूदा संकट पर स्पष्ट समाधान निकाला जा सके।
हालात को और जटिल बना रहे हैं गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर की अपनी महत्वाकांक्षाएँ, साथ ही वोक्कालिगा और ओबीसी समुदाय के संतों द्वारा इस विवाद पर खुलकर सामने आना।
रिपोर्ट में दक्षिण भारत के अन्य बड़े राजनीतिक घटनाक्रमों पर भी नजर डाली गई है। तमिलनाडु में एआईएडीएमके के वरिष्ठ नेता के.ए. सेंगोट्टैयन का अभिनेता विजय की पार्टी—तमिझागा वेत्रि कझगम (TVK)—में शामिल होना 2026 के चुनावों के समीकरण बदलने वाला कदम माना जा रहा है।
उधर केरल में, भाजपा राज्य अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर के मुस्लिम प्रतिनिधित्व से जुड़े बयान ने राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है, जिस पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
