हिंदी साहित्य जगत से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित छत्तीसगढ़ के प्रख्यात हिंदी साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल का आज मंगलवार को रायपुर एम्स में निधन हो गया। 89 वर्ष की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। पिछले कुछ समय से उनका इलाज रायपुर एम्स में चल रहा था। सांस लेने में दिक्कत के कारण उन्हें वेंटिलेटर पर ऑक्सीजन सपोर्ट दिया गया था। विनोद कुमार शुक्ल हिंदी साहित्य के उन विरले रचनाकारों में शामिल थे, जिनकी भाषा सरल, संवेदनशील और गहरी मानवीय अनुभूतियों से भरी हुई थी। उनकी रचनाओं ने हिंदी साहित्य को नई दृष्टि और नई पहचान दी।
