जस्टिस बी आर गवई (B R Gavai) की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा, “हरक सिंह रावत (Harak Singh Rawat) और पूर्व वन अधिकारी किशन चंद (Kishan Chand) ने कानून की घोर अवहेलना की है और व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए पर्यटन को बढ़ावा देने के बहाने इमारतें बनाने के लिए बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई की है।”