Yakoob Mansoori Jhansi: घटना के समय एनआईसीयू में कुल 54 बच्चे भर्ती थे। उन में 44 को बचाया जा सका। जबकि बचाए गए बच्चों में से भी एक की इलाज के दौरान मौत हो गई। 20 साल का याकूब मंसूरी शुक्रवार की रात दूसरे लोगों के बच्चों के लिए हीरो था। हमीरपुर निवासी याकूब एक सामान्य फूड वेंडर हैं। वे बीते एक हफ्ते से महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज (maharani laxmibai medical college) की NICU के बाहर सो रहे थे। यहां उनकी दो नवजात जुड़वां बेटियां भर्ती थीं।