Nimisha Priya Case: यमन में भारतीय नर्स निमिषा प्रिया की फांसी की तारीख 16 जुलाई तय कर दी गई है। उसे बचाने की तमाम कोशिशें अब तक नाकाम होती दिख रही हैं। सोमवार को केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि अब उनके पास निमिषा की फांसी रोकने का कोई विकल्प नहीं बचा है। हालांकि, इस गंभीर स्थिति के बीच भारत के ग्रांड मुफ्ती कंठपुरम ए.पी. अबूबकर मुसलियार के हस्तक्षेप से एक नई उम्मीद जगी है। ग्रांड मुफ्ती के अनुरोध पर यमन में विचार-विमर्श शुरू हो चुका है, जिसका नेतृत्व यमन के मशहूर सूफी विद्वान शेख हबीब उमर कर रहे हैं।