Farmers Protest: किसान आंदोलन (kisan andolan) को लेकर दिल्ली से लेकर पंजाब-हरियाणा (punjab haryana) तक हलचल तेज चल रही है। इस बीच रविवार को चंडीगढ़ (chandigarh) में किसानों के साथ सरकार की चौथे दौर की अहम बातचीत हुई है। माना जा रहा है कि सरकार और किसानों के बीच इस बार सकारात्मक चर्चा हुई है। पिछली बार तो बीच बैठक के दौरान ही विरोध के सुर मुखर हो गए थे, लेकिन इस बार स्थिति कुछ बेहतर दिखाई दे रही है। सरवन सिंह पंढेर (sarvan singh pandher) ने बताया कि हमने फिलहाल दो दिन का समय मांगा है. हम आपस में बातचीत करेंगे। अगर हमारे बीच सहमति बन गई तो हम आंदोलन (kisan andolan live) वापस लेंगे। अगर सहमति नहीं बनती है तो 21 फरवरी को दिल्ली की ओर कूच करेंगे। कुल मिलाकर कहा जा रहा है कि चौथे दौर की वार्ता में बात बनती दिख रही है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (piyush goyal) ने कहा, “नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन (एनसीसीएफ) और नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (National Agricultural Cooperative Marketing Federation of India) जैसी कोऑपरेटिव सोसाइटियां उन किसानों के साथ समझौता करेंगी, जो तूर, उड़द, मसूर दाल या मक्का उगाएंगे और फिर उनसे अगले पांच साल तक एमएसपी (msp) पर फसलें खरीदी जाएंगी। ”