India–US Education Policy : द इंडियन एक्सप्रेस को मिली जानकारी के अनुसार, प्रस्तावित योजना का उद्देश्य उन ‘स्थापित’ भारतीय मूल के वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को वापस लाना है, जिनके नाम पर महत्वपूर्ण शैक्षणिक कार्य दर्ज हैं और जो भारत में एक निश्चित अवधि के लिए शोध करने को तैयार हैं।अधिकारियों के मुताबिक, योजना का लक्ष्य देश के अनुसंधान एवं विकास पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करना है। इसके तहत इन विद्वानों को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी), शीर्ष अनुसंधान प्रयोगशालाओं और डीएसटी व डीबीटी के स्वायत्त निकायों में पद दिए जाएंगे। शोधकर्ताओं को वित्तीय स्वायत्तता और संचालन संबंधी लचीलापन देने के लिए एक बड़ा ‘सेट-अप ग्रांट’ भी दिया जा सकता है, ताकि वे भारत में प्रयोगशालाएं और टीमें स्थापित कर सकें। आईआईटी इस प्रस्ताव से सहमत हैं, और उनके कई निदेशकों ने सरकार के साथ कार्यान्वयन ढांचे पर चर्चा में हिस्सा लिया है।सूत्रों के अनुसार, योजना में शुरू में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (स्टेम) के 12-14 प्राथमिकता वाले क्षेत्रों की पहचान की जाएगी, जिनके लिए प्रतिभा को आमंत्रित किया जाएगा।