रूसी कच्चा तेल खरीदने को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर बड़ा फैसला लिया था। ट्रंप ने भारत के ऊपर 50 फीसदी टैरिफ (कर) लगा दिया था। लेकिन अब चीन इस मसले पर पूरी तरह से रूस के साथ खुलकर सामने आ गया है। अमेरिकी न्यूज़ चैनल सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की तेल रिफाइनरी कंपनियों ने रूस से भारी मात्रा में कच्चा तेल खरीदना शुरू कर दिया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि फरवरी 2022 में जब से यूक्रेन युद्ध शुरू हुआ, तभी से चीन और भारत, रूसी तेल के दो सबसे बड़े खरीदार बन गए हैं।