Champai Sorren House Arrest: चंपई सोरेन ने नजरबंदी को अलोकतांत्रिक बताया और कहा, “मैं अपने घर पर था, अचानक पुलिस आई और मुझे बाहर निकलने से मना कर दिया।” रांची सिटी डीएसपी के.वी. रमण ने इसे कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए निवारक कदम बताया। नगरी जाने वाले रास्तों पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं, और 15 स्थानों पर प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस तैनात हैं। बिरसा मुंडा स्टेडियम और कांके के प्लस-2 हाई स्कूल में अस्थायी जेल बनाई गई हैं, साथ ही वाटर कैनन, रबर बुलेट्स, वज्र वाहन, और फायर टेंडर की व्यवस्था की गई है। नगरी क्षेत्र में 20 अगस्त से दो महीने के लिए निषेधाज्ञा लागू है, जो सार्वजनिक सभाओं और हथियारों पर रोक लगाती है।
चंपई सोरेन ने झामुमो-कांग्रेस गठबंधन सरकार पर आदिवासी जमीन हड़पने का आरोप लगाया और कहा कि वे आदिवासियों और किसानों के हक के लिए लड़ते रहेंगे। ‘हल जोतो-रोपो रोपो’ आंदोलन नगरी जमींन बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले आयोजित है, जिसे विपक्षी नेता बाबूलाल मरांडी और कांग्रेस नेता बंधु तिर्की का भी समर्थन प्राप्त है। यह आंदोलन RIMS-2 के लिए जमीन अधिग्रहण के खिलाफ आदिवासियों और किसानों की एकता को दर्शाता है, जो अपनी जमीन पर दावा जताते हैं।