Asaduddin Owaisi on Ajmer Dargah controversy: राजस्थान की एक निचली अदालत ने दरगाह परिसर में संकट मोचन महादेव मंदिर के अस्तित्व का दावा करने वाली याचिका स्वीकार कर ली, जिसके बाद देश और प्रदेश का राजनीतिक तापमान हाई हो गया. कोर्ट के जरिए याचिका स्वीकार किए जाने के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने Places of Worship Act of 1991 का हवाला देते हुए कहा कि सुल्तान-ए-हिन्द ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती (RA) भारत के मुसलमानों के सबसे अहम औलिया इकराम में से एक हैं. उनके आस्तान पर सदियों से लोग जा रहे हैं और जाते रहेंगे इंशाअल्लाह. कई राजा, महाराजा, शहंशाह, आए और चले गये, लेकिन ख़्वाजा अजमेरी का आस्तान आज भी आबाद है.
हालांकि, ओवैसी ने बीजेपी और आरएसएस पर समाज में मस्जिदों और दरगाहों के खिलाफ नफरत फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुस्लिम धार्मिक स्थलों के सर्वे की मांग करने वाली ऐसी याचिकाएं उनकी शह पर दाखिल की जा रही हैं।
Owaisi, however, accused the BJP and RSS of spreading hatred against mosques and dargahs in society and said such petitions seeking surveys of Muslim religious sites were being filed at their behest.