Manoj Bajpayee Interview: ‘सत्या’ (satya) से फिल्मों में बड़ा ब्रेक पाने वाले मनोज बाजपेयी (manoj bajpayee) की फिल्मोग्राफी में अब 100 से ज्यादा फिल्में हैं। पिछले कुछ वर्षों में, उन्होंने (manoj bajpayee) सफलता की सीढ़ियां चढ़ीं और कई नए निर्देशकों के साथ भी काम किया। ‘सिर्फ एक बंदा काफी है’ (sirf ek bandaa kaafi hai) ऐसी ही एक फिल्म है। अपूर्व सिंह (apurva singh) कार्की द्वारा निर्देशित ‘सिर्फ एक बंदा…’ एक कोर्टरूम ड्रामा है। यह सच्ची घटनाओं से प्रेरित है, जिसमें मनोज (manoj bajpayee) एक वकील की भूमिका में हैं। फिल्म को रिलीज हुए एक साल हो गया है और आज भी यह फिल्म दर्शकों को खूब पसंद आ रही है. इसके बारे में बताते हुए, मनोज बाजपेयी ने कहा, “सिर्फ एक बंदा काफ़ी है ने इतिहास रच दिया…इतने सारे लोगों ने इसे देखा है। इसे बहुत सारे पुरस्कार मिले. लोगों ने इसकी सराहना की और इसे प्यार और सम्मान दिया. फिल्म हमेशा खास रहेगी।”