Electoral Bonds: मनोज झा (manoj jha) ने कहा लोग इसे अब देख रहे हैं लेकिन हर किसी को सब कुछ पहले से पता था और मैंने कभी भी इतनी भ्रष्ट पार्टी नहीं देखी है।’ ईडी छापेमारी (ed raids) करती है और फिर कुछ घंटों के बाद चुनावी बांड (electoral bonds) खरीदा जा रहा है, इस सह-संबंध को देखिए, यह लोकतंत्र की हत्या हो रही है, एक राष्ट्र एक चुनाव (election 2024) विविधता को नष्ट कर देगा और अन्य समस्याओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए और इससे उन्हें या देश को कोई अधिकार नहीं मिलेगा। इसके आलावा जिस चीज़ को सार्वजनिक किए जाने की उम्मीद नहीं है, वह प्रत्येक चुनावी बांड (electoral bonds) पर मुद्रित अद्वितीय अल्फ़ान्यूमेरिक कोड (unique code) है जो केवल कुछ रोशनी में ही दिखाई देता है। एसबीआई (sbi) के अनुसार, यह सिस्टम में दर्ज नहीं किया गया था। पूर्व वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग (subhash chandra garg) , जो 2017 में चुनावी बॉन्ड योजना (electoral bond scheme) तैयार होने के समय आर्थिक मामलों के सचिव थे, ने कहा कि प्रत्येक बॉन्ड (electoral bond) पर अद्वितीय कोड एक सुरक्षा सुविधा थी और इसे बिक्री के समय या जमा करते समय दर्ज नहीं किया जाता था। एक राजनीतिक दल.सुनिए क्या वोले ये दिग्गज नेता