भारत के कई शहरों में ऑनलाइन फूड डिलीवरी करने वाली कंपनी जोमैटो अब अपने विस्तार पर जोर दे रही है। जोमेटौ ने देश के 88 शहरों के 100 रेलवे स्टेशन पर अपनी फूड डिलीवरी सर्विस का विस्तार किया है। जोमैटो ने दावा किया है कि वह इंडियन रेलवे कैटरिंग और टूरिज्म कारपोरेशन (आईआरसीटीसी) के साथ मिलकर अब तक तक ट्रेनों में 10 लाख ऑर्डर डिलीवर कर चुकी है।
बताना होगा कि पिछले कुछ सालों में महानगरों यहां तक कि छोटे शहरों में ऑनलाइन फूड डिलीवरी का प्रचलन काफी बढ़ा है और जोमैटो काफी लोकप्रिय हुई है। महानगरों में आपको बड़ी संख्या में जोमैटो की शर्ट पहने हुए लोग ऑनलाइन फूड की डिलीवरी करते हुए दिखाई देंगे।
कैस कर सकते हैं ऑर्डर?
ट्रेन में सफर करने वाले लोग जोमैटो ऐप खोल कर ट्रेन जैसा कोई कीवर्ड लिखकर सर्च कर सकते हैं। ऐसे यात्री जो स्टेशन पर हैं, वे जोमैटो एप पर अपनी लोकेशन को अपडेट करके भी अपनी लोकेशन अपडेट करके भी ट्रेन फूड डिलीवरी का विकल्प चुन सकते हैं। इसके बाद उन्हें PNR नंबर दर्ज करने के लिए कहा जाएगा।
पीएनआर नंबर दर्ज करने के बाद जोमैटो के ऐप को ऑटोमेटिकली कस्टमर की सीट और ट्रेन की डिटेल के बारे में पता चल जाता है। जब ट्रेन स्टेशन पर पहुंचने वाली होती है तब फूड ऑर्डर की डिलीवरी तय की जाती है।
ट्रेन लेट हुई तो क्या होगा?
कस्टमर को यह विकल्प भी मिलता है कि वे स्टेशन पर पिकअप पॉइंट से अपना ऑर्डर ले सकते हैं। जोमैटो का कहना है कि अगर ट्रेन लेट हो जाती है तो वह ट्रेन की टाइमिंग को ट्रैक करता है जिससे टाइमिंग के हिसाब से फूड की डिलीवरी की जा सके।
‘Zomato – Food Delivery in Train’, के तहत ट्रेन में वेज और नॉनवेज खाना उपलब्ध कराया जाता है। जोमैटो रियल टाइम ट्रैकिंग और कस्टमर सपोर्ट भी देता है। जोमैटो के फूड डिलीवरी के सीईओ राकेश रंजन ने कहा कि हम आईआरसीटीसी के साथ कोलबरेशन करके काफी खुश हैं। इससे हमें ट्रेन के यात्रियों को जायकेदार खाना खिलाने का मौका मिलता है और उनकी यात्रा एक यादगार अनुभव बन जाती है।
सीईओ ने कहा कि हमें इस बात का भरोसा है कि आईआरसीटीसी के साथ जोमैटो की साझेदारी देश भर में लाखों ग्राहकों तक पहुंचेगी और उनकी ट्रेन यात्रा बेहद सुविधाजनक और खुश करने वाली होगी।
यह सर्विस ऐसे वक्त में आपके लिए फायदेमंद हो सकती है, जब आप ट्रेन में खाना ले जाना भूल गए हों, आपको जोर की भूख लगी हो और रास्ता लंबा हो। ऐसे में आप तुरंत जोमैटो की इस सर्विस से फूड ऑर्डर कर सकते हैं।
पहले नाम थे फूडीबे, फिर किया जोमैटो
जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल का जन्म पंजाब के मुक्तसर में एक साधारण परिवार में हुआ था। 2008 में गोयल ने अपने सहयोगी पंकज चड्ढा के साथ मिलकर फूडिबे डॉट कॉम (Foodiebay.com) लॉन्च किया। 2010 में फूडिबे ने खुद को जोमैटो डॉट कॉम (Zomato.com) के रूप में रीब्रांड किया।