केंद्र और राज्य सरकारें महिलाओं को कई वित्तीय फायदे मुहैया करवाती है। सरकार की तरफ से उन्हें प्रोत्साहन दिया जाता है। महिलाएं मौजूदा समय में पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर अपना नाम रोशन कर रही हैं। महिलाओं को आगे बढ़ाने और उनकी पुरुषों पर वित्तीय निर्भरता को कम करने के लिए सरकार उन्हें वित्तीय मामलों में छूट देती हैं। आज हम आपको ऐसे ही कुछ वित्तीय फायदों के बारे में बता रहे हैं जो महिलाओं को प्राप्त हैं।
1. प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन: महिलाओं को प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन पर विशेष छूट मिलती है। इसमें स्टांप और ट्रांसफर ड्यूटी पर उन्हें छूट मुहैया करवाई जाती है। हालांकि छूट की यह दर राज्यों के हिसाब से अलग-अलग होती है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं को स्टांप और ट्रांसफर ड्यूटी पर औसतन 1 से 2 प्रतिशत तक की छूट हासिल हैं।
2. होम और कार लोन पर कम ब्याज: महिलाओं को बैंकों की तरफ से भी पुरुषओं की तुलना में कम ब्याज दर पर घर के लिए कर्ज मिल जाता है। यह अंतर 0.5 फीसदी तक है। लंबी अवधि के समय में यह एक बड़ा बचत अमाउंट मुहैया करवाता है। वहीं कार लोन पर भी महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम दर पर लोन मिल जाता है।
3. प्रॉपर्टी टैक्स पर राहत: अलग-अलग राज्यों में महिलाओं को प्रॉपर्टी टैक्स में भी रियायत दी जाती है। कई नगर निगमों में यह छूट दी जाती है। अगर भविष्य में कभी महिलाओं के नाम पर प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन करवाएं तो यह जरूर पता लगाएं कि नगर निगम से छूट मिल रही है या नहीं।
4. सरकारी योजनाओं में लाभ: प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और अटल पेंशन योजना जैसी तमात सरकारी स्कीम में महिलाओं को पुरुषों की तुलना में ज्यादा फायदा मिलता है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत महिलाओं को हाउस सब्सिडी भी दी जाती है।
5. इंश्योरेंस पर कम प्रीमियम: कई बीमा कंपनियां महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम प्रीमियम पर इंश्योरेंस प्लान मुहैया करवाती हैं। एक ही इंश्योरेंस प्लान जिसमें इंश्योरेंस राशि एक जैसी हो उसपर महिलाओं को पुरुषों की तुलना में हर महीने कम प्रीमियम देना होता है।