क्रेडिट और डेबिट कार्ड पर अब एक ऐसा सिंबल बनकर आ रहा है जो देखने में एकदम वाई-फाई के चिन्ह के जैसा लगता है। अगर आपके कार्ड पर भी यह सिंबल बना है तो इसके फायदे भी जानते ही होंगे। जिन लोगों के पास इस सिंबल वाले कार्ड हैं और वे इसके फायदे अनजान हैं तो उनके लिए यहां दी जा रही जानकारी बड़े काम की हो सकती है। अगर आपके कार्ड में वाई-फाई जैसा सिंबल बना है तो इसका मतलब है कि आपके कार्ड में ‘कॉन्टैक्टलेंस फीचर’ दिया गया है। कॉन्टैक्टलेंस फीचर का फायदा यह है कि कार्ड को स्वाइप किए बिना पेमेंट किया जा सकता है। इन कार्ड्स में ‘नियर फील्ड कम्युनिकेशन’ (एनएफसी) चिप लगी होती है जो कि प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) डिवाइस को छुए बिना ही कुछ ही दूरी से डेटा ट्रांसफर कर देती है। वीजा की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, कॉन्टैक्टलेंस कार्ड या पेमेंट इनेबल्ड डिवाइस और कॉन्टैक्टलेंस इनेबल्ड चेकआउट टर्मिनल के बीच सुरक्षित पेमेंट के लिए कॉन्टैक्टलेंट कार्ड में शॉर्ट-रेंज वायरलैस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है।
जब आप अपना कार्ड या डिवाइस कॉन्टैक्टलेंस सिंबल के पास टैप करते हैं, आपका पेमेंट ऑथराइजेशन के लिए चला जाता है। वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक इस्तेमाल करते वक्त कार्ड को 1-2 इंच नजदीक से दिखाना चाहिए। यह पेमेंट तकनीक विकसित देशों में बढ़ रही है। वीजा का दावा है कि अमेरिका के अलावा ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूके और फ्रांस में आधे से ज्यादा खुदरा व्यापारी इस कार्ड को स्वीकार करते हैं।
भारत में कई सुपरमार्केट्स में यह ट्रेंड जोर पकड़ने लगा है, जहां पीओएस मशीनों के जरिये इसी तकनीक से पेमेंट हो रहा है। फायदे: 1. कार्ड स्वाइप कर पेमेंट करने के मुकाबले कॉन्टैक्टलेंस फीचर से पेमेंट करना काफी तेज है। 2. आपको किसी और हाथ नें कार्ड नहीं देना पड़ता है। 3. छोटे लेनेदेन के लिए पासवर्ड पंच-इन करने की जरूरत नहीं होती है। 4. इससे खर्च की डिजिटल लिस्ट तैयार होती जाती है। भारत के लिहाज से यह तकनीक नई है इसलिए चोरों के लिए भी इसका तोड़ निकालना आसान नहीं होगा। फिलहाल इसे एक सुरक्षित पेमेंट फीचर माना जा रहा है।