‘खाना जल्दी फिनिश करो…बस छूट जाएगी।’, ‘तुम कितना धीमे खाते हो?’ और ‘जल्दी खत्म कर न यार…’। ये डॉयलॉग शायद आपने भी सुनें हों। खाना खाना ठीक से चबाने के चक्कर में। कभी मां से, तो कभी पत्नी से। अक्सर लोग समझते हैं कि खाना जल्दी खत्म करना चाहिए, जबकि सच कुछ और है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि खाना जितना धीमे और अच्छे से चबाकर खाया जाए, उतना फायदेमंद है। कैसे?

कंस्लटेंट न्यूट्रिशियनिस्ट डॉक्टर रुपाली दत्ता ने बताया कि खाना चबाना दो कारणों से अहम है। पहला- खाना छोटे-छोटे टुकड़ों में करने के लिए, जबकि दूसरा- वह अच्छे से थूक से मिल सके। तरल पदार्थ का रूप ले, जो कि पाचन क्रिया के सही से काम करने के लिए जरूरी होता है।

वहीं, टेक्सास क्रिस्चियन विश्वविद्यालय में न्यूट्रिशियन विषय की प्रोफेसर मीना शाह का कहना है कि खाना अच्छे से चबाने की वजह से लोग खाद्य सामग्री कम भी खाते हैं। लोगों का उस दौरान पेट भी जल्दी भर जाता है। यह पाचन तंत्र बेहतर करने के साथ वजन भी काबू में ले आता है।

जानकारों का यह भी मानना है कि खाना देर तक चबाने का एक यह फायदा भी होता है कि अच्छे से उसे चबाने के दौरान स्वाद और आनंद भी सही से आता है। शायद यही कारण है कि खाना चबाने के लिए 15 से 32 बार तक के लिए कहा जाता है।

32 बार खाना चबाने की कहानी बड़ी प्रचलित है। सन 1800 में होरैस फ्लेचर नाम के डाइट एक्सपर्ट थे, जिन्होंने 32 बार खाना चबाने की थ्योरी इजाद की थी। दरअसल, 32 बार खाना चबाने की बात दांतों की संख्या से भी जुड़ी है। खाना अच्छे से चबाने से वह बिल्कुल तरल पदार्थ जैसा बन जाता है, जो कि खाने के लिए सबसे अच्छी स्थिति मानी जाती है।

सही से खाना चबाने के ये हैं टिप्स

– खाना धीमे और बार-बार चबाएं।
– शांत माहौल में खाना खाएं। ध्यान रखें कि उस दौरान आपके चबाने की आवाज न आए।
– छोटे कौर/बाइट लें। उन्हें आप अच्छे से चबा पाएंगे।
– चबाना तभी बंद करें, जब खाना लगभग पिस चुका हो।
– कौर पेट में चले जाने पर ही अगली बाइट लें।
– खाने के फौरन पानी न पिएं। मुंह खाली होने के बाद ही पानी का सेवन करें।