What’s the use of Ration Card: राशन कार्ड एक बेहद अहम सरकारी दस्तावेज माना जाता है। राज्य सरकार इस कार्ड को जारी करती है। राज्य खाद्य विभाग इसके लिए आवेदन स्वीकार करते हैं। राशन कार्ड के जरिए लाभार्थियों को बेहद ही सस्ती दर पर अनाज मिलता है। गेंहू, आटा, चावल आदि मोटा अनाज इस कार्ड के जरिए राशन की दुकान से मिल जाता है।
राशन कार्ड का इस्तेमाल सिर्फ राशन लेने के लिए ही नहीं बल्कि एक पुख्ता दस्तावेज के तौर पर भी हाथों-हाथ स्वीकार किया जाता है। इस कार्ड का इस्तेमाल बैंक अकाउंट खोलने, स्कूल-कॉलेज में, कोर्ट-कचेहरी के कामकाज में, वोटर आईडी बनवाने में, सिम कार्ड खरीदने में, पासपोर्ट बनवाने में, ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में काम आता है। इन सबके अलावा राशनकार्ड का इस्तमेाल एलपीजी कनेक्शन लेने में काम आता है। राशन कार्ड ऐसी कई अन्य जगहों के लिए भी स्वीकार्य होता है।
अलग-अलग कलर के कार्ड्स: राशन कार्ड अलग-अलग कलर के होते हैं। यह कार्ड पीले, गुलाबी, हरे और सफेद आदि कलर का बनाया जाता है। खाद्य विभाग नीले रंग का राशन कार्ड भी मुहैया करता है। इस कलर का मतबल ऐसे कार्ड्स के जरिए कैरोसिन लिया जा सकता है। देश के सभी राज्यों में इन्हीं कलर्स को फॉलो किया जाता है।
आम तौर पर 3 प्रकार के राशन कार्ड होते हैं- गरीबी रेखा के ऊपर, गरीबी रेखा के नीचे, और अन्त्योदय परिवारों के लिए। इन तीनों ही कार्ड्स के लिए अलग-अलग रंग निर्धारित हैं। कार्ड के रंग के जरिए ही कोई भी आसानी से पहचान सकता है कि कौन सा कार्ड किसी कैटिगरी का है। इससे राशन की दुकान पर काम करने वाले कर्मचारियों को भी सहुलियत होती है।

