जब भी हमें पैसों की जरुरत पड़ती है तो हम अपने दोस्तों, रिश्तेदारों से मदद मांगते हैं। कभी मदद मिल जाती है तो कभी नहीं मिलती। ऐसे में कई लोग बैंक में पर्सनल लोन का सहारा लेते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि पर्सनल लोन के अलावा आपके पास और भी कई जरिए हैं जिनसे आपको सस्ती ब्याज दर पर लोन मिल जाता है। एक ऐसा ही विकल्प है टॉप-अप होम लोन। ये लोन उनके लिए है जो होम लोन की किस्तें भर रहे होते हैं।
पहले से होम लोन लिए ग्राहकों को बैंक उनके वित्तीय स्थिति को देखते हुए यह लोन देते हैं। हालांकि, होम लोने लेने के 6 से 12 महीने के बाद ही उस पर टॉप-अप की सुविधा ली सकती है। अक्सर ऐसा होता है कि होम लोन की मदद से खरीदे गए मकान में कई बार इंटीरियर, बाहरी साज-सज्जा, रिपेयर या फाइनल टच देने की इच्छा होती है लेकिन नकदी संकट के चलते इस इच्छा को दबाकर रखना पड़ जाता है।
इसी स्थिति को ध्यान में रखते हुए बैंक ग्राहकों को टॉप-अप होम लोन की सुविधा देते हैं। खास बात यह है कि होम लोन का टॉप अप लोन भी 30 साल की अवधि के लिए लिया जा सकता है। यानि कि ग्राहक को होम लोन की किस्त के साथ-साथ टॉप अप लोन की किस्त का भी साथ-साथ भुगतान करना होता है।
हालांकि अलग-अलग बैंकों में इस लोन को लेने की अलग-अलग शर्त हो सकती है। बेहतर यही होता है कि आपने जिस बैंक से होम लोन लिया है उसी बैंक से ही टॉप-अप लोन लें। टॉप-अप लोन घर के मार्केट प्राइस से 70 फीसदी से ज्यादा नहीं दिया जा सकता।