Stand Up India: केंद्र सरकार की ‘स्टैंड-अप इंडिया स्कीम’ के जरिए जमीनी स्तर पर एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने वाली योजना है। इसमें महिलाओं को 10 लाख रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक का लोन मुहैया करवाया जाता है। योजना का उद्देश्य रोजगार के अवसरों और आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। स्टैंड अप इंडिया योजना की शुरुआत 2016 में हुई थी।

ऐसी महिलाएं और अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के लोग जिनमें उद्यमी बनने की काबलियत है लेकिन पैसों की तंगी के चलते उन्हें आगे बढ़ने के अवसर नहीं मिल पाते इस योजना के जरिए मदद दी जाती है। यह मदद मार्केट रेट से कम ब्याज पर मुहैया करवाई जाती है। इस योजना में अनुसूचित कमर्शियल बैंक की हर शाखा को एक अनुसूचित जाति या जनजाति के व्यक्ति और कम से कम एक महिला को 10 लाख से एक करोड़ रुपये का लोन देना अनिवार्य है। सरकार की इस योजना का ज्यादा फायदा महिलाएं उठा रही हैं।

बीते महीने सरकार ने इस योजना के अंतर्गत बीते चार साल में दिए गए लोन के बारे में जानकारी दी थी। योजना के तहत करीब चार साल में 16,712 करोड़ रुपये का कर्ज मंजूर किया गया है, लाभार्थियों में 81 प्रतिशत संख्या महिलाओं की है। अगर आप भी एंटरप्रेन्योर है और चाहते हो कि अपना खुद का स्टार्टअप या बिजनेस हो तो इस योजना के तहत लोने के लिए आवेदन कर सकते हो।

आप सीधे बैंक शाखा, स्टैंड-अप इंडिया पोर्टल के माध्यम से आवेदन, अग्रणी जिला प्रबंधक (एलडीएम) की मदद से लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आपको पहचान पत्र, जाति प्रमाण पत्र, पैन कार्ड, बैंक खाते की जानकारी आदि के बारे में जानकारी देनी होगी। वहीं महिलाओं के लिए जाति प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं। बता दें कि इस योजना के तहत लोन लेने के लिए आवेदक की आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए। इसके साथ ही लोन के लिए आवेदक को एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी देनी पड़ती है।