केवाईसी (नो योर कस्टमर) अपडेशन को लेकर हो रही ठगी को लेकर देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने ग्राहकों को अलर्ट किया है। एसबीआई ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल के जरिए कहा है कि केवाईसी धोखाधड़ी का जाल पूरे देश में फैल गया है। जालसाज आपके पर्सनल डिटेल प्राप्त करने के लिए बैंक/कंपनी के प्रतिनिधि होने का नाटक करते हुए एक टेक्स्ट संदेश भेजते हैं।
बैंक ने यह भी बताया है कि कोई भी आपसे पर्सनल जानकारियां मांगे तो cybercrime.gov.in पर इसकी रिपोर्ट दर्ज करवाएं। एसबीआई ने ट्वीट में बताया है कि ग्राहकों को फेक केवाईसी लिंक से बचना चाहिए। ग्राहकों को ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए जो अनजान सोर्स से प्राप्त हुआ हो।
एसबीआई के मुताबिक बैंक केवाईसी अपडेशन के लिए कभी भी लिंक नहीं भेजता। ऐसे में किसी से भी अपना मोबाइल नंबर और पर्सनल जानकारी शेयर न करें। एसबीआई के सभी ग्राहकों को 30 जून तक केवाईसी की प्रक्रिया को पूरा करना है अगर कोई ग्राहक नहीं करते हैं तो उनका बैंक खाता सस्पेंड किया जा सकता है।
बता दें कि बैंक खाताधारकों को लगता है कि बैंक की तरफ से कॉल, एसएमएस या ईमेल आया है। वह इन ठगों पर भरोसा कर लेते हैं। ग्राहक साइबर ठगों द्वारा भेजे गए एसएमएस या ईमेल के साथ अटैच लिंक पर क्लिक कर देते हैं। ऐसा करने से साइबर ठग ग्राहक की सारी जानकारी चोरी कर लेते हैं। ग्राहक अनजाने में ठगी का शिकार होते है और इसके बाद उन्हें समझ नहीं आता कि वे क्या करें और क्या नहीं।