SBI important protocols for customers: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ग्राहकों को समय-समय पर साइबर ठगों से बचाने के लिए अलर्ट करता रहता है। साइबर ठग भी नए-नए तरीकों से लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं और पलभर में खाते से पैसा उड़ा लेते हैं। अक्सर ऐसा देखा गया है कि साइबर फ्रॉड का शिकार हुए ज्यादात्तर खाताधार अपनी खुद की लापरवाही से ठगी का शिकार होते हैं।

ऐसे में एसबीआई ने हाल ही में इंटरनेट बैंकिंग के दौरान खाताधारकों को अलर्ट करते हुए 6 बातों पर गौर करने के लिए कहा है। अगर खाताधारक इन बातों को अपनाएंगे तो ठगी का शिकार होने से बच सकते हैं। बैंक के मुताबिक ग्राहक ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक न करें जिसमें ईएमआई या डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के लिए ओटीपी या बैंक डिटेल की जानकारी मांगी जाती है।

एसबीआई के मुताबिक ग्राहकों को जाली स्कीम के लालच में नहीं फंसना चाहिए। ऐसी स्कीम जिसमें एसएमएस, ई-मेल और फोन कॉल के जरिए कैश प्राइज और नौकरी के ऑफर दिए जाते हैं। वहीं खाताधारकों को समय-समय पर अपने नेट बैंकिंग के पासवर्ड को बदलना चाहिए।

एसबीआई के मुताबिक बैंक या उसके प्रतिनिधि कभी भी ईमेल, एसएमएस नहीं भेजते हैं और ग्राहकों की पर्सनल जानकारी, पासवर्ड या ओटीपी की मांग नहीं की जाती। बैंक के कॉन्टेक्ट नंबर और अन्य किसी भी तरह की जानकारी के के लिए सिर्फ एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट का इस्तेमाल करना चाहिए करें।

इंटरनेट पर सर्च के दौरान किसी बैंक से जुड़ी किसी अन्य प्लेटफॉर्म पर मिल रही जानकारियों पर भरोसा न करें। अगर आपको किसी ठग के बारे में पता चलता है तो स्थानीय पुलिस अधिकारियों को तुरंत रिपोर्ट करन चाहिए और साथ ही अपनी निकटतम एसबीआई शाखा को भी इसकी सूचना देनी चाहिए।