साइबर फ्रॉड के चलते कई लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं। लोग अनजाने में ठगों के झांसे में आ जाते हैं और अपना बैंक खाता खाली करवा बैठते हैं। प्राइवेट बैंक आईसीआईसीआई बैंक ने बैंकिंग फ्रॉड को लेकर ग्राहकों को अलर्ट किया है।मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों को बैंक ने ज्यादा सतर्क रहने के लिए कहा है।

बैंक ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल के जरिए साइबर ठगों द्वारा सिम स्वैपिंग के लिए ग्राहकों को खास तौर पर आगाह किया है। बैंक के मुताबिक साइबर ठग आपके रजिस्टर्ड नंबर से एक नया सिम जारी कराकर उस पर आने वाले सभी फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन की जानकारी और ओटीपी आदि हासिल कर लेते हैं।

1 जुलाई से हो रहे ये बदलाव, जानें आप पर पड़ने जा रहा क्या असर 

यानी आपके सिम के डाटा को हैक कर लिया जाता है। जैसे ही आप ट्रांजेक्शन के लिए मोबाइल बैंकिंग या नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं ओटीपी हैकर्स तक भी पहुंचती है। देखते ही देखते हैकर्स एक झटके में आपका खाता खाली कर सकते हैं।

FD से जुड़े नियमों में RBI ने किया ये बदलाव

बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट से जुड़े नियम को लेकर रिजर्व बैंक ऑप इंडिया (आरबीआई) ने अहम बदलाव किया है। एफडी के मैच्योर होने के बाद अब उसपर कम ब्याज मिलेगा। आरबीआई के मुताबिक अगर कोई ग्राहक एफडी के मैच्योर होने के बाद जमा राशि को नहीं निकालता है तो नए नियम के तहत कम ब्याज दिया जाएगा।

आरबीआई ने कहा है कि अगर एफडी का पैसा क्लेम नहीं किया जाता और वह खाते में ही पड़ा रहता है तो ऐसे में ग्राहक को सेविंग अकाउंट की दर से या फिर एक मैच्योर्ड एफडी के मुताबिक ब्याज मिलेगा।

आरबीआई ने साफ किया है कि नया नियम कमर्शियल बैंकों, स्मॉल फाइनेंस बैंक, सहकारी बैंक, स्थानीय क्षेत्रीय बैंकों में जमा फिक्सड डिपॉजिट पर लागू होगा।

पहले वाले नियम के तहत ग्राहक अगर मैच्योरिटी के बाद क्लेम नहीं करता था तो उसकी एफडी को उस अवधि के लिए बड़ा दिया जाता था जिसपर शुरुआती एफडी ली गई थी। इस तरह ब्याज भी ज्यादा मिलता था।