Public provident fund: कई लोग कई साल तक नौकरी करते हैं और रिटायरमेंट के बाद भी उनके पास कोई मोटी रकम नहीं होती। ऐसा इसलिए क्योंकि नौकरी के दौरान वह न तो बचत कर पाते हैं और न ही किसी स्कीम में निवेश करते हैं। इसके बाद वह खुद को और अपने हालातों को कोसते रहते हैं। यूं तो नौकरीपेशा लोग अपनी जरुरत के मुताबिक अलग-अलग स्कीम में पैसा लगाते हैं सकते हैं लेकिन पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी PPF स्कीम में किया निवेश उन्हें कई फायदे देता है।
इस स्कीम में अगर कोई व्यक्ति रोजाना 100 रुपये का निवेश करता है तो उसे 54.47 लाख रुपये हासिल होते हैं। अब आपके मन में यह सवाल होगा कि रोजाना 100 रुपये कब तक निवेश करने होंगे और किस तरह आपको इतनी मोटी रकम कब हासिल होगी यानि कि कैसे इसमें बेहतर गारंटीड रिटर्न मिलेगा। दरअसल मौजूदा समय में पीपीएफ पर खाताधारकों को 7.1 फीसद गारंटीड रिटर्न मुहैया करवाया जा रहा है।
स्कीम में मैच्योरिटी की समय सीमा 15 साल की होती है। मान लीजिए अगर कोई व्यक्ति 25 साल की उम्र में इस स्कीम में निवेश करना शुरू करता है। ऐसे में वह 35 साल (रिटायरमेंट की उम्र 60 साल) तक इस स्कीम में रोजाना 100 रुपये और प्रति माह 3000 रुपये का प्रीमियम भरता है तो 7.1 की ब्याज दर से उसको इस निवेश पर 54.47 लाख रुपये हासिल होंगे। खास बात यह है कि निवेशक को इस स्कीम में आयकर में भी छूट मिलती है। इसमें निवेश करके निवेशक हर साल 1.5 लाख रुपये का आयकर भी बचा सकते हैं।
आयकर लाभ के चलते यह स्कीम निवेशकों के बीच बेहद लोकप्रिय है क्योंकि यह हर तरह से छूट प्राप्त है। इस वजह से पब्लिक प्रोविडेंट फंड हमेशा से लोगों के लिए टैक्स बचाने और बचत के लिहाज से बेहद लोकप्रिय इन्वेस्टमेंट स्कीम रही है। पिछले साल इस स्कीम में हुए बदलाव के तहत 12 दिसंबर, 2019 के बाद पीपीएफ पर लिए गए किसी भी लोन पर 2 फीसदी की बजाय 1 पर्सेंट ब्याज दर लागू कर दी गई थी।