PPF Investment: पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ की ब्याज दर में हाल ही में सरकार ने बदलाव किया है। मौजूदा समय में पीपीएफ खातों पर 7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है। पीपीएफ में निवेश करना एक बेहतर विकल्प माना जाता है। इस खाते में सालाना 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर सेक्शन 80सी के तहत टैक्स छूट मिलती है। पीपीएफ को बेहतर मानने की एक सबसे बड़ी वजह है इसके साथ मिलने वाले टैक्स लाभ। यही है वजह है कि लोग इसमें निवेश करते हैं। बैंक और पोस्ट ऑफिस में पीपीएफ खाता खुलवाया जा सकता है।

क्या आपको पता है कि आप पीपीएफ खाते में निवेश के जरिए एक करोड़ रुपये से ज्यादा हासिल कर सकते हैं। हालांकि इसके लिए आपको लंबा इंतजार करना पड़ेगा और लगातार निवेश करना होगा। अगर आप रोजाना 362 रुपये प्रतिदिन यानी सालाना 1,32,000 रुपये का निवेश करते हैं तो मौजूदा ब्याज दर से इस रकम को हासिल कर सकते हैं। इसके लिए आपको प्रति दिन 362 रुपए की बचत करनी होगी। पीपीएफ पर अभी 7.1 प्रतिशत की दर से ब्याज मिल रहा है। कैलकुलेशन के हिसाब से अगर कोई सालाना 1,32,000 रुपए 15 साल के लिए निवेश करता है तो मौजूदा 7.1 की ब्याज दर से उसे कुल 3,580,024 लाख रुपए मिलेंगे।

पीपीएफ में 15 साल की लॉक-इन अवधि होती है। यानी इसमें 15 साल से पहले पैसा नहीं निकाल सकते हैं। मैच्योरिटी पर निवेशक के पास दो विकल्प होते हैं जिसमें पहला विकल्प होता है कि वह जमा राशि को ब्याज सहित निकाल ले या फिर पांच साल के ब्लॉक में खाते को चालू रखे। अगर वह पहले विकल्प को चुनता है तो खाताधारक को एक मुश्त राशि दे दी जाती है और खाता बंद कर दिया जाता है। लेकिन अगर आप चाहते हैं कि अंशदान के साथ आपका खाता अगले पांच साल के लिए और चलता रहे तो इसके लिए पीपीएफ नियम के मुताबिक आपको फॉर्म-एच को भरना होता है।

वहीं पांच साल पूरे होने के बाद भी आप चाहते हैं कि आपको खाता अगले और पांच-पांच साल के लिए अंशदान के साथ खुला रहे तो आपको फिर फॉर्म-एच भरना होते हैं। यह फॉर्म पीपीएफ खाते की मैच्योरिटी से एक साल पहले भरा जाता है। ऐसे में अगर आप अपने पीपीएफ खाते को लगातार 30 साल तक ऑपरेट करके रखेंगे तो आपको कुल 13,596,800 रुपये हासिल होंगे।