Public provident fund यानी पीपीएफ (PPF) लॉन्ग टर्म निवेश के लिहाज से काफी अच्छा माना जाता है। सरकार ने अक्टूबर से दिसंबर की तिमाही के दौरान ब्याज दर को बिना बदलते हुए 7.9 प्रतिशत रखा है। केंद्र सरकार द्वारा समर्थित यह योजना टैक्स के मामले में मुफीद है। इसमें जमा रकम की मैच्योरिटी पर भी रकम पर इनकम टैक्स नहीं लगता है। बहरहाल यह तो हुई पीपीएफ की बात लेकिन क्या आपको पता है कि आप PPF में ज्वाइन्ट अकाउंट नहीं खोल सकते हैं। हम आपको बता रहें हैं कुछ ऐसे ही नियमों के बारे में जो आपको शायद ही पता हो।
1)अभिभावक या नाबालिग के अभिभावक बच्चे के नाम पर पीपीएफ खाता खोल सकते हैं। लेकिन अगर अभिभावक के नाम पर पहले से ही PPF खाता है, तो बच्चे के खाते सहित अभिभावक के खाते में जमा की जाने वाली अधिकतम राशि 1.5 लाख प्रति वर्ष है।
2) पीपीएफ में ज्वाइन्ट अकाउंट नहीं खोल सकते हैं।
3)पीपीएफ अकाउंट में ब्याज की गणना प्रत्येक महीने की 5 वीं और आखिरी तारीख के बीच के न्यूनतम बैलेंस पर होती है। इसलिए अधिकतम ब्याज पाने के लिए सब्सक्राइबर को अपना योगदान या एकमुश्त राशि हर महीने की 5 तारीख से पहले जमा करानी चाहिए।
4) यदि नाबालिग के पीपीएफ खाते में पैसे माता-पिता / अभिभावक की आय से है जमा हो रहे हैं तो माता-पिता / अभिभावक आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत टैक्स फ्री का दावा कर सकते हैं।
5)जब नाबालिग 18 वर्ष का हो जाता है, तो नाबालिग के बालिग होने की स्थिति के लिए एक आवेदन जमा किया जा सकता है। नाबालिग के हस्ताक्षर को खाता खोलने वाले अभिभावक द्वारा सत्यापित किया जाता है। इसके बाद खाते का संचालन प्रमुख द्वारा संभाला जा सकता है।
6)एनआरआई पीपीएफ खाता नहीं खोल सकते हैं। लेकिन एनआरआई अपने पहले से चल रहे पीपीएफ खातों का इस्तेमाल कर सकते हैं। वे अपने मौजूदा PPF खातों में नया योगदान नहीं दे सकते हैं।
7) पीपीएफ खाते सातवें वित्तीय वर्ष से आंशिक निकासी की अनुमति देते हैं। पीपीएफ से आंशिक निकासी भी कर-मुक्त है।
8) पीपीएफ खाते को 15 साल से आगे बढ़ाने पर भी आंशिक निकासी की अनुमति है।
9)यदि कोई ग्राहक 15 वर्ष की परिपक्वता अवधि के बाद आगे योगदान करना चाहता है, तो ग्राहक को खाते की परिपक्वता की तारीख से एक वर्ष के भीतर फॉर्म एच जमा करना होगा।
10)पीपीएफ खाते को 15 साल की मैच्योरिटी पीरियड के बाद बिना किसी योगदान के बनाए रखा जा सकता है। PPF खाता बंद होने तक ब्याज अर्जित करना जारी रखता है।