ऑनलाइन ठगी के तरीके लगातार बदल रहे हैं। कभी बैंक अधिकारी बनकर ठगी की जाती है, तो कभी ई-कॉमर्स कंपनियों के नाम पर फर्जीवाड़ा किया जाता है। ग्रेटर नोएडा की एक महिला इसी तरह की साजिश का शिकार हो गई। साइबर ठगों ने उसे 1000 रुपये का अमेजन गिफ्ट वाउचर देने का झांसा देकर 51 लाख रुपये ठग लिए। महिला की छोटी-सी लापरवाही उसे भारी पड़ गई।
व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए जाल में फंसाया
मीनू रानी नाम की महिला से सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति ने संपर्क किया, जिसने खुद को इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट बताया। धीरे-धीरे उसने मीनू को एक व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल कर लिया, जहां कई लोग निवेश के फायदे गिना रहे थे। कुछ दिन बाद ग्रुप की एक महिला ने उसे बताया कि नए इन्वेस्टर्स को 1000 रुपये का अमेजन गिफ्ट वाउचर मिल रहा है। इसे पाने के लिए उसे बस अपने अमेजन अकाउंट से लॉगिन करना था।
शेयर बाजार में मोटे मुनाफे का लालच
जब मीनू ने लॉगिन किया, तो उसे सच में गिफ्ट वाउचर मिला। इससे उसका भरोसा बढ़ा और वह इन्वेस्टमेंट ग्रुप में एक्टिव हो गई। जल्द ही ठगों ने उसे शेयर बाजार में पैसे लगाने का लालच दिया, जहां मुनाफा तीन से पांच गुना करने का दावा किया गया। शुरुआती छोटे निवेशों पर उसे ऐप में प्रॉफिट दिखाया गया, जिससे उसका भरोसा और मजबूत हो गया।
उधार लेकर गंवा दिए 51 लाख रुपये
ठगों के झांसे में आकर मीनू ने अपनी सेविंग्स, फिक्स डिपॉजिट और रिश्तेदारों से उधार लेकर कुल 51 लाख रुपये निवेश कर दिए। लेकिन जब उसने पैसे निकालने चाहे, तो अचानक ग्रुप के सभी लोग गायब हो गए। उसका अकाउंट भी ब्लॉक कर दिया गया। जब रिश्तेदारों को इस ठगी की जानकारी मिली, तब जाकर मामला खुला और पुलिस में शिकायत की गई।
ऐसे बचें इस तरह की ठगी से
अगर कोई सोशल मीडिया पर निवेश के बड़े-बड़े फायदे दिखाए, तो सतर्क रहें। अमेजन या किसी अन्य कंपनी के नाम पर लॉगिन करने या किसी अनजान लिंक पर क्लिक करने से पहले जांच करें। बिना ठोस जानकारी के किसी इन्वेस्टमेंट ग्रुप में शामिल न हों।
किसी अनजान व्यक्ति के कहने पर शेयर बाजार या किसी अन्य स्कीम में पैसा लगाने से बचें। और अगर ठगी हो जाए, तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें या साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं।