भारतीय रेलवे यात्रियों के लिए समय समय पर सहूलियत लेकर आती रही है। लेकिन अब रेलवे तेजी से बदलाव के दौर से गुजर ही है। बढ़ते पैसेंजर्स को देखते हुए नई ट्रेन उतारी जा रही हैं तो पुरानी ट्रेनों में लगे कोचों को मोडिफाई किया जा रहा है। इसी कड़ी में एक और ट्रेन की बोगियों में शानदार बदलाव किया गया है। भोपाल प्रतापगढ़ सुपरफास्ट के कोचों कों न केवल बाहर से बल्कि अंदर से भी बदल दिया गया है। भारतीय रेल की पहचान बन चुके नीले रंग की जगह इस के ट्रेन पर बाहर से हल्के क्रीम और लाल रंग ने जगह ले ली है।
बदलाव के तहत इसमें असली खूबी ट्रेन के अंदर घुसने पर दिखाई पड़ती है। ट्रेन में घुसते ही कोच देखकर भरोसा नहीं होगा कि यह भारतीय रेलवे की सामान्य ट्रेन हुआ करती थी। ट्रेन के एसी थ्री टियर के कोच की बाहरी दिवारों पर हल्का हरा रंग चढ़ाया गया है। साथ ही ट्रेन के बाहर के साथ अंदर एंट्री करते ही कोच नंबर भी लिखा गया है। जिससे भूल होने की गुंजाइश न हो। इसके साथ ही गेट के पास ही ट्रेन में किसी भी आपातस्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा उपकरण भी रख दिए गए हैं।
इसके अलावा रेलवे ने इस ट्रेन के साथ एक अच्छी पहल भी की है। कोच में एंट्री गेट पर ही एक छोटा सा पोस्टर चस्पा किया गया है। यह देखने में तो साधारण सा है। लेकिन इसमें एक असाधारण चीज छुपाई गई है। इस पोस्टर पर एक क्यूआर कोड है। जिसे स्कैन करते ही आप रेलवे के इतिहास के बारे में जान सकेंगे। जो खासतौर पर विदेशी लोगों को ध्यान में रखकर लगाया गया है।
इसके बाद कोच में एंट्री लेते ही यहां भी नजारा बदला नजर आएगा। ट्रेन के अंदर का लुक लग्जरियस कर दिया गया है। इस ट्रेन में सबसे खास बात यह है कि अब किसी भी पैसेंजर को अपना फोन चार्ज करने के लिए किसी दूसरे फोन के हटने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। हर सीट के साथ एक सॉकेट दिया गया है। जिससे पैसेंजर सुविधा और समयानुसार इस्तेमाल कर सकेगा।
वहीं, इस ट्रेन के स्लीपर कोच के साथ भेदभाव नहीं किया गया है। स्लीपर क्लास में सिर्फ एसी को छोड़कर सारी सुविधाएं दी गई हैं। साथ ही प्रीमियर ट्रेन की तरह इसे खूबसूरत बनाने के लिए सीनरी और पेंटिंग्स का भी इस्तेमाल किया गया है। कोट में एंट्री करते ही बर्थ इंडिकेटर में एलईडी लाइट्स लगाई गई हैं। जिससे पैसेंजर्स बिना किसी दिक्कत के अपनी बुक की गई सीट पर ही पहुंच जाएगा।